Betul News Today / आमला :- ब्लॉक के छावल में प्रसिद्ध मां रेणुका माता का धाम को पर्यटन स्थल बनाने की मांग उठ रही है। यहां के लोगो के लिए यह स्थल आस्था का केंद्र है। कुछ वर्ष पहले मा रेणुका धाम मंदिर के लिए पर्यटन विभाग के द्वारा 42 लाख की राशि का आवंटन दिया गया था जिससे मंदिर परिसर का कार्य किया गया था लेकिन अभी तक पर्यटन स्थल का दर्जा नही दिया गया है। बताया जाता है कि नवरात्रि में मां रेणुका के इस मंदिर में मातारानी की कृपा व संकटों से मुक्ति पाने के लिए भक्तजनों का तांता लगा है वैसे तो माता की महिमा और इस धाम को लेकर कई चमत्कार लोगों के द्वारा बताए जाते हैं लेकिन इस धाम की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि मां रेणुका हर दिन तीन अलग-अलग रूपों में दर्शन देती हैं.
जानिए मां रेणुका माता का धाम का इतिहास
बैतूल जिले के छावल में रेणुका धाम आस्था का केन्द्र माना जाता है. मंदिर का इतिहास 550 साल पुराना है छोटी सी पहाड़ी पर बने इस मंदिर में मां रेणुका की स्वंयभू प्रतिमा है मान्यता है कि हर पहर में मां अपने 3 स्वरूप में दर्शन देती हैं. भोर होते ही नन्हीं बालिका का स्वरूप, तो दोपहर में युवती के स्वरूप में मां के चेहरे का तेज बढ़ जाता है और शाम को मां रेणुका ममतामयी, सौम्य और करुणा भरे रूप में दिखाई देती हैं. मंदिर के पुजारी गणेश पुरी गोस्वामी का दावा है कि वह मां के इस चमत्कार को हर पहर महसूस करते हैं।
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पर्यटन स्थल का दर्जा दिया जाए
जनपद अध्यक्ष गणेश यादव का ग्रह ग्राम बोरीखुर्द है वहां से मा रेनुकाधाम जाने का मांर्ग है। अधिकतर श्रद्धालु बोरी से ही होकर मा रेणुकाधाम जाते है। गणेश यादव का कहना है कि पर्यटन विभाग द्वारा मा रेणुकाधाम मंदिर को पर्यटन स्थल का दर्जा दिया जाना चाहिए। आमला के लिए मा छावल की माता रानी एक आस्था का केंद्र है। इस लिए इस धाम को पर्यटन स्थल का दर्जा देना चाहिए। इसके लिए मुख्यमंत्री जी से मुलाकात कर मांग की जायेगी।