Sri Lanka News :- श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के 33 मछुआरों गिरफ़्तार किया है। सभी पर अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा पार करने का आरोप है अधिकारियों ने बताया कि, तीन नावें भी जब्त की गई हैं। गिरफ्तार किए गए मछुआरे रामेश्वरम के रहने वाले हैं। तमिलनाडु तटीय पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ये गिरफ्तारियां रविवार (26 जनवरी) की सुबह हुई। मछुआरों को IMBL का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस घटना ने क्षेत्र में मछुआरों की सुरक्षा और आजीविका को लेकर चिंताएं फिर से जगा दी हैं।
2025 में अब तक 52 भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी हो चुकी है
2025 में अब तक श्रीलंकाई नौसेना ने 52 भारतीय मछुआरों को गिरफ़्तार किया है। पुरानी रिपोर्ट भी देखी जाए तो 16 जून, 2024 से अब तक तमिलनाडु के कुल 425 मछुआरों को हिरासत में लिया गया है और 58 नावें ज़ब्त की गई हैं। इनमें से कई मछुआरे श्रीलंका की जेलों में बंद हैं, जिससे तमिलनाडु में विरोध प्रदर्शन बढ़ रहे हैं। राज्य भर के मछुआरा संघों ने गिरफ़्तारियों की कड़ी निंदा की है और भारत सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उनका तर्क है कि गिरफ़्तारियों से न केवल आजीविका बाधित होती है, बल्कि मछुआरा समुदायों में भय और अनिश्चितता भी पैदा होती है।
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मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर को लिखा पत्र
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने 12 जनवरी को केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र लिख कर हिरासत में लिए गए भारतीय मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए तत्काल राजनयिक हस्तक्षेप का आग्रह किया। मुख्यमंत्री स्टालिन ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए लगातार हो रही गिरफ्तारियों पर प्रकाश डाला, जिससे तमिलनाडु में मछुआरा समुदायों में भय और अनिश्चितता पैदा हो गई है।सीएम स्टालिन ने लिखा, “बार-बार की गई गिरफ़्तारियों ने हमारे मछुआरों की आर्थिक स्थिति को काफ़ी ख़राब कर दिया है और उनकी पारंपरिक आजीविका को कमज़ोर कर दिया है। उनकी ज़ब्त नावों के साथ-साथ उनकी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए तुरंत कार्रवाई करना ज़रूरी है।”