बैतूल कलेक्टर ने अस्पताल पहुंचकर माताओं को दिया संतान का पहला दस्तावेज
BETUL NEWS / प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंशानुरूप जिले में नवजात शिशुओं का जन्म प्रमाण पत्र उनकी माताओं को अस्पताल से छुट्टी मिलने से पहले ही प्रदान किया जा रहा है। यह पहल न केवल प्रशासन की तत्परता को दर्शाती है, बल्कि नवजात के अधिकारों की शुरुआत को भी मजबूत करती है।
इसी क्रम में सोमवार को कलेक्टर श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने जिला अस्पताल पहुंचकर श्रीमती नेहा कहार को उनके नवजात शिशु का जन्म प्रमाण पत्र सौंपा। श्रीमती नेहा को 4 जुलाई को अस्पताल में भर्ती किया गया था और सफल प्रसव के पश्चात 7 जुलाई को उन्हें डिस्चार्ज किया गया। शासन की मंशा के अनुरूप उन्हें छुट्टी से पूर्व ही उनके बच्चे का पहला कानूनी दस्तावेज सौंपा गया।
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कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने कहा कि जन्म प्रमाण पत्र के बढ़ते महत्व को देखते हुए मध्यप्रदेश शासन ने यह निर्णय लिया। इस पहल से अब अभिभावकों को अपने बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र के लिए अनावश्यक परेशान नहीं होना पड़ेगा। जिला अस्पताल में माताओं को जन्म प्रमाण पत्र त्वरित रूप से देने की प्रक्रिया सतत जारी रहेगी।
इस अभिनव प्रयास के अंतर्गत सोमवार को ही 11 अन्य माताओं को भी उनके नवजात बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र दिए गए। कार्यक्रम के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज हुरमाड़े, सिविल सर्जन डॉ. जगदीश घोरे, स्वास्थ्य विभाग का स्टाफ मौजूद रहा। सिविल सर्जन डॉ. जगदीश घोरे ने बताया कि माताओं को जन्म प्रमाण पत्र जल्द मिले, इसके लिए गंभीरता से कार्य करने के लिए संबंधित अस्पताल स्टाफ को ताकीद किया गया हैं।