Aaj ka Gold Silver Rate:- बाजार में सोने की कीमतों में मामूली गिरावट के बीच घरेलू वायदा बाजार में गिरावट आ गई है. सोना गुरुवार को मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज (MCX Gold Price) पर गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा था. लेकिन चांदी की चमक जारी है. एमसीएक्स (MCX Silver Price) पर चांदी 260 रुपये से ज्यादा की तेजी पर था. सुबह 10:15 के आसपास गोल्ड 332 रुपये की गिरावट के साथ 97,456 रुपये प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहा था. कल ये 97,788 पर बंद हुआ. इस दौरान चांदी 265 रुपये की तेजी के साथ 111900 रुपये पर चल रही थी, जोकि कल 1,11,635 रुपये पर बंद हुई थी.
सोना और चांदी के दाम लगातार दूसरे दिन कम हो गए हैं. दोनों ही कीमती धातुओं की कीमत में बुधवार के कारोबारी दिन भी गिरावट देखने को मिली है. 24 कैरेट के सोने की कीमतों में 400 रुपए से ज्यादा की गिरावट आई है. वहीं, चांदी की कीमत भी लगभग 800 रुपए कम हो गई है. इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के मुताबिक, 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने का दाम 416 रुपए कम होकर 97,500 रुपए हो गया है, जो कि पहले 97,916 रुपए था.
आज, गुरुवार को सोने की कीमतों में मामूली गिरावट दर्ज की गई है. इसके पीछे मुख्य रूप से दो बड़े कारण रहे: डॉलर का मजबूत होना और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान से बाजार का तनाव कम होना, जिसमें उन्होंने कहा कि फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल को बर्खास्त करना “बेहद असंभव” है. सुबह 0400 GMT (भारतीय समयानुसार सुबह 9:30 बजे) तक, हाजिर सोना (स्पॉट गोल्ड) 0.2% गिरकर $3,340.79 प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था. वहीं, अमेरिकी सोने का वायदा (फ्यूचर्स) 0.4% गिरकर $3,347.10 पर आ गया.
क्यों गिरीं सोने की कीमतें?
सोने की कीमतों पर दबाव पड़ने का एक बड़ा कारण डॉलर इंडेक्स का 0.1% ऊपर जाना रहा. जब अमेरिकी डॉलर मजबूत होता है, तो डॉलर में मूल्यांकित होने वाला सोना अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए महंगा हो जाता है, जिससे उसकी मांग कम हो सकती है.
इसके अलावा, बाजार में अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने पर निवेशक अक्सर सोने को एक सुरक्षित निवेश (safe-haven asset) मानते हैं. लेकिन, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह स्पष्ट कर दिया है कि फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल को पद से हटाने की संभावना “बेहद कम” है. इस बयान से बाजार में जो अनिश्चितता और अटकलें थीं, वे काफी हद तक कम हुई हैं. नतीजतन, सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की अपील कुछ कम हुई है, जिससे इसकी कीमतों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है.