School News/भैंसदेही (मनीष राठौर):- सावलमेंढा ग्राम के PM श्री स्कूल मे बच्चो द्वारा समाज मे पर्यावरण संरक्षण का भी यह एक बेहतरीन उदाहरण और संदेश दिया गया प्राचार्य मंजुलता बौरासी द्वारा बताया गया कि पीओपी की मूर्तियों से पर्यावरण को गंभीर नुकसान होता है क्योंकि पानी में घुलने के बाद ये जल स्रोतों को प्रदूषित करती हैं, जिनमें भारी धातु (लेड, जिंक, कॉपर) जैसे खतरनाक रसायन होते हैं, जो नदियों में रहने वाले जीवों के लिए जानलेवा होते हैं और भूजल को दूषित करते हैं। इन मूर्तियों के विसर्जन से होने वाली समस्याएं स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती हैं, जिससे त्वचा एलर्जी, ब्लड सर्कुलेशन की समस्या और आंतों में जमाव होता है वही ऐतिहासिक क्षणो की बात करे तो गणेश उत्सव का सम्बंध आजादी से है जिसमे गणेश भगवान गणेश के जीवन और रूप से हम विनम्रता, धैर्य, एकाग्रता, समर्पण और सकारात्मकता जैसी कई सीख ले सकते हैं, जैसे कि वह अपने वाहन मूषक पर सवारी करके अहंकार पर नियंत्रण करना सिखाते हैं और एकदंत होकर एकाग्रता का महत्व बताते हैं. उनका बड़ा पेट उदारता को दर्शाता है, और उनका आशीर्वाद देने वाला हाथ सुरक्षा और आशा का प्रतीक है. और तब से अब तक हर घर और पंडालो मे भगवान गणेश जी की प्रतिमा के स्वरूप मे पूजा की जाती है l
नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष का दुखद निधन नागपुर में ली अंतिम सांस