प्रतिदिन किसान कर रहे तहसील कार्यालय में प्रदर्शन
BETUL NEWS TODAY/मुलताई। क्षेत्र में खरीफ सीजन 2025 की सोयाबीन फसल को भारी नुकसान हो रहा है। लगातार बारिश के कारण खेतों में पीला मौजेक रोग फैल चुका है। साथ ही पत्तों और फलों पर इल्लीयों का प्रकोप भी देखा जा रहा है। इस गंभीर स्थिति के चलते किसान संघर्ष समिति ने शुक्रवार को पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम के नेतृत्व में तहसीलदार संजय बारिया को ज्ञापन सौंपकर त्वरित सर्वे कराने की मांग की। डॉ. सुनीलम ने बताया कि मुलताई सहित परमंडल, सर्रा, हेट्टी, बानूर, जूनापानी, सुखाखेड़ी, मोही, बुकारखेड़ी, सुखाखेड़ी, दुनावा समेत कई अन्य गांव में अभी तक सर्वे शुरू नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि किसानों को दोगुना संकट झेलना पड़ रहा है। एक तरफ यूरिया खाद की कमी से फसल उत्पादन प्रभावित हुआ है, वहीं असंतुलित बारिश ने कई गांव में फसल को नुकसान पहुंचाया है। पिछले वर्ष 2023-24 में भी प्राकृतिक आपदा और सूखे से फसलें प्रभावित हुई थीं, लेकिन अब तक किसानों को न बीमा राशि मिली है और न ही मुआवजा। किसान जगदीश दौड़के, कैलाश सिसोदिया और हेमराज देशमुख का कहना है कि समय पर मुआवजा न मिलने से वे कर्ज में डूबते जा रहे हैं। डॉ. सुनीलम ने प्रशासन से गांव-गांव में सर्वे कराकर नुकसान का आकलन करने और शीघ्र राहत राशि देने की मांग की है ताकि आगामी रबी सीजन की बुवाई भी प्रभावित न हो। किसान अपने हक की लड़ाई में संघर्षरत हैं।
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