Betul News Today(मनीष राठौर):- इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट (IFWJ) का तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन जोधपुर, राजस्थान में बड़े ही उत्साह और गरिमामय वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में देश के 18 राज्यों से आए वरिष्ठ पत्रकारों, संपादकों और मीडिया प्रतिनिधियों ने हिस्सा लेकर पत्रकारिता की मौजूदा चुनौतियों और भविष्य की दिशा पर सार्थक चर्चा की।
ग्रामीण पत्रकारिता पर केंद्रित वर्कशॉप
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण ग्रामीण पत्रकारिता पर केंद्रित वर्कशॉप रही, जिसमें छोटे शहरों और गांवों में काम करने वाले पत्रकारों को फील्ड में आने वाली कठिनाइयों पर खुलकर चर्चा हुई। वक्ताओं ने माना कि ग्रामीण पत्रकार न सिर्फ संसाधनों की कमी से जूझते हैं, बल्कि कई बार उन्हें राजनीतिक और प्रशासनिक दबावों का भी सामना करना पड़ता है।
समाधान के लिए सुझाव
इस पर समाधान के लिए सुझाव दिए गए कि संगठन स्तर पर उन्हें तकनीकी सहयोग, कानूनी मदद और प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाना चाहिए। चर्चा में मीडिया की बदलती भूमिका और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर बढ़ती निर्भरता भी प्रमुख विषय रहा।
डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर बढ़ती निर्भरता
विशेषज्ञों ने कहा कि सोशल मीडिया और ऑनलाइन पत्रकारिता के बढ़ते प्रभाव ने पत्रकारों के लिए अवसर तो खोले हैं, लेकिन इसके साथ ही फेक न्यूज और विश्वसनीयता का संकट भी खड़ा हो गया है। ऐसे में पेशेवर पत्रकारों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है।
Read Also: आवारा पशुओं की समस्या पर समाज सेवी धामोड़े ने दी प्रसाशन को चेतावनी
आने वाले समय में क्षेत्रीय स्तर पर वर्कशॉप और प्रशिक्षण शिविर
सम्मेलन में यह भी तय किया गया कि आने वाले समय में विभिन्न राज्यों में क्षेत्रीय स्तर पर वर्कशॉप और प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएं। मध्यप्रदेश इकाई के प्रदेश अध्यक्ष श्री सलमान खान के नेतृत्व में मप्र यूनिट के सदस्यों ने सम्मेलन में विशेष रूप से सक्रिय भूमिका निभाई।
बैतूल इकाई के पत्रकारों की भूमिका
इकाई के सदस्य जिला अध्यक्ष राज मालवीय, ललित क्षत्रपाले, मनीष राठौर, धीरज अवस्थी, राजू धोते, विशाल मालवीय, राजकुमार बरसे, भट्ट साहब, धर्मेंद्र वर्मा, प्रवीण आर्य ने सम्मेलन में पहुंचे मंत्री का भव्य स्वागत कर संगठन की मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। इसके साथ ही बैतूल इकाई के पत्रकारों में उत्साह देखा गया और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का अवसर मिला।
पत्रकारों की एकजुटता
अंतिम दिन पत्रकारों ने पारस्परिक अनुभव साझा किए और संगठन के नए अध्यक्ष के चयन की आगामी कार्ययोजना पर विचार-विमर्श किया। प्रतिनिधियों ने कहा कि इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट देशभर के पत्रकारों की आवाज़ है और समय-समय पर इस तरह के आयोजन न केवल पेशेवर मजबूती देते हैं, बल्कि पत्रकारों को एकजुट कर लोकतंत्र की जड़ों को भी मजबूत करते हैं।