BETUL NEWS/झल्लार (विपुल राठौर):- टप्पा तहसील झल्लार में हुए फसल हेरा फेरी के कांठ में मामला और गर्मजोशी पकड़ रहा है। किसानों का आरोप है कि पटवारी इमरतलाल धुर्वे द्वारा गलत सर्वे के कारण किसानों को सरकार की भवानंतर योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा असल में पटवारी द्वारा किए गए ऑनलाइन सर्वे में सोयाबीन की फसल की जगह मक्के कि फसल चढ़ा दी गई है। जब किसान मर्यादित सहकारी समिति झल्लार पहुंचे तो पता लगा कि जिस किसान ने सोयाबीन की फसल बोई है उनकी भी मक्का की फसल का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन सर्वे में पटवारी द्वारा किया गया। इस विषय को लेकर झल्लार के किसान जब आवेदन देने के लिए बैतूल कलेक्टर कार्यालय पहुंचे तो उन्हें इस आनलाइन सर्वे को सुधार कर सही करने का आश्वासन दिया। परन्तु अभी तक कोई कार्यवाही प्रशाशन द्वारा नहीं की गई है। जांच के मामले को दर्ज किया गया हैं। झल्लार के किसान उग्र आंदोलन के लिए तैयार है। उनका कहना है कि इस वर्ष भी सोयाबीन की फसल को अधिक नुकसान है। तथा भावअंतर और मुआवजा वाली योजना के सहारे वे कैसे भी अपनी लगाई हुई लागत को पूर्ण करेंगे। परन्तु गलत सर्वे के कारण सोयाबीन बोई वाले किसानों को भी इस योजना से वंचित रहना पड़ सकता है। इसलिए वे उग्र आंदोलन कर सकते है।
किसानों का कहना: पटवारी के खिलाफ करेंगे उग्र आंदोलन, उचित जांच की मांग
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