Betul News- 10 दिनों में संजीवनी क्लीनिक भवन का कार्य पूर्ण नही किया तो ठेकेदार होगा टर्मिनेट

By betultalk.com

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                             ढाई वर्ष पहले मिलना था संजीवनी क्लीनिक का लाभ लेकिन भवन अभी तक पड़ा अधूरा

Betul News/मुलताई। आम जनता के स्वास्थ्य से जुड़े सबसे महत्वपूर्ण संजीवनी क्लीनिक का निर्माण तीन वर्ष से अधिक होने के बावजूद अधूरा पड़ा है लेकिन अब ठेकेदार को अंतिम चेतावनी दी गई है कि यदि 10 दिनों में कार्य पूर्ण नहीं किया गया तो उसे टर्मिनेट किया जा सकता है। लगभग तीन वर्ष पूर्व शासन द्वारा इस मंशा से संजीवनी क्लीनिक स्वीकृत किया गया था ताकि वार्डों में ही इसका लाभमरीजों को मिल सके और उन्हे स्वास्थ्य केन्द्रों तक पहुंचने की जहमत नहीं उठाना पड़े। लेकिन स्वीकृति के बाद जो भवन 6 माह में तैयार होना था उसे पूर्ण होने में तीन वर्ष से अधिक लग चुके हैं लेकिन भवन अभी भी पूर्ण नही हुआ है। इससे नौ दिन चले अढ़ाई कोस वाली कहावत संजीवनी क्लीनिक के लिए चरितार्थ होती नजर आ रही है। सवाल यह उठता है कि जब भवन निर्माण में इतना विलंब हो सकता है तो निर्माण के बाद लोगों को स्वास्थ्य उपचार सुविधा मिलने में और कितना समय लगेगा। इससे लगता है कि शासन द्वारा महज स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने का ढिंढोरा पीट कर औपचारिकता भी पूर्ण नही की जा रही है। ऐसी स्थिति में जिन लोगों को संजीवनी क्लीनिक का लाभ मिलना था उससे वे लगातार वंचित हो रहे हैं जो बेहद शर्मनाक है।

नपा एवं ठेकेदार के बीच विवाद का पटाक्षेप नहीं

संजीवनी क्लीनिक निर्माण में विलंब का प्रमुख कारण नगर पालिका एवं ठेकेदार के बीच विवाद का होना बताया जा रहा है जिसके पटाक्षेप करने के लिए कोई प्रयास नही किए जा रहे हैं। नगर पालिका द्वारा विलंब के अपने कारण बताए जा रहे हैं वहीं ठेकेदार अपना राग अलाप रहा है जिसके कारण मूलभूत सुविधाओं के लिए निर्मित होने वाले संजीवनी क्लीनिक पर सीधा प्रभाव पड़ा हुआ है। फिलहाल तीन वर्ष बाद भी अधूरे संजीवनी क्लीनिक का निर्माण कार्य पूर्ण होने पर ही संशय है तो इसका लाभ कब मिलेगा यह भविष्य की बात नजर आ रही है। महत्वपूर्ण बात यह है कि निर्माण अवधि पूर्ण होने के बाद लगातार अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि चर्चा तो करते हैं लेकिन इसका कोई ठोस हल नहीं निकाला जाता है जिससे निर्माण में लगातार विलंब हो रहा है।

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अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से लटका निर्माण

नगर में एक महत्वपूर्ण निर्माण अधर में लटका हुआ है जिस पर जनप्रतिनिधियों के द्वारा प्रमुखता से इसका निदान निकाला जाना चाहिए लेकिन जनप्रतिनिधि उदासीन बने हुए हैं जिसके कारण अधिकारियों की भी इच्छाशक्ति नजर नही आ रही है। मंगलवार विधायक चंद्रशेखर देशमुख वाल्मिकी जयंती पर जब अधूरे संजीवनी क्लीनिक भवन के पास पहुंचे तो कुछ जागरूक नागरिकों के कहने पर उन्होने भवन का निरीक्षण किया इसके बावजूद अभी भी समस्या का कोई हल नजर नही आ रहा है। बताया जा रहा है कि कुछ जागरूक लोगों के कहने पर विधायक ने भी निरीक्षण की औपचारिकता निभा दी जबकि समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है।

दस दिन में निर्माण कार्य पूर्ण नही किया तो टर्मिनेट होगा ठेकेदार

6 माह में पूर्ण होने वाले संजीवनी क्लीनिक के निर्माण को 3 वर्ष बाद भी पूर्ण नही करने पर अब नगर पालिका द्वारा ठेकेदार को अंतिम चेतावनी दी गई है। चेतावनी के अनुसार यदि 10 दिनों में भवन का निर्माण पूर्ण नहीं किया गया तो ठेकेदार को टर्मिनेट किया जा सकता है। पूरे मामले में नगर पालिका के उपयंत्री महेश शर्मा ने बताया कि ठेकेदार को लगातार नोटिस देने के बावजूद निर्माण को लेकर ठेकेदार गंभीर नही है इसलिए अब अंतिम चेतावनी के तौर पर ठेकेदार को 10 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया है कि वह निर्माण कार्य पूर्ण कर ले अन्यथा ठेकेदार को टर्मिनेट करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी।

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