Betul Samachar: श्री हरि कथा एकल अभियान समिति का विस्तार

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              भैंसदेही में बैठक संपन्नसमाज सेवा और श्री हरि कथा प्रसार को नई गति देने हेतु नई समिति गठित

Betul Samachar/भैंसदेही (मनीष राठौर):- श्री हरि कथा एकल अभियान समिति के विस्तार और संगठन को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से भैंसदेही नगर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। समिति के पदाधिकारियों के मनोनयन के साथ-साथ सेवा और कथा प्रसार के आगामी कार्यों पर विस्तार से चर्चा की गई।समिति के नए पदाधिकारियों में प्रदीप जी धुले को एकल अभियान संच अध्यक्ष, दीपक जी जैन को एकल अभियान अंचल (जिला) हरिकथा का उपाध्यक्ष, और राजेश पानकर को एकल अभियान अंचल (जिला) सदस्य नियुक्त किया गया। इसके अतिरिक्त, मनीष राठौर को एकल अभियान श्री हरि कथा के संच मीडिया प्रमुख, तथा राम जी पारिसे को एकल अभियान संच संरक्षक की जिम्मेदारी दी गई।बैठक में मुख्य रूप से एकल अभियान जिला अध्यक्ष श्री वीरेंद्र बिलगाईयां, शिवम् जी, गुलाबराव सेलकारी जी तथा राहुल चढ़ोकार जी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

श्री हरि कथा एकल अभियान संच मीडिया प्रमुख मनीष राठौर सच के आदरणीय व्यास गणेश जी बारस्कर जी ने बताया कि प्रत्येक ग्रामों में सत्संग एवं रथ यात्राओं के माध्यम से कथाओं के माध्यम से भारतीय संस्कृति के संरक्षण हेतु लगातार प्रयास करने होंगे एवं सभी आयोजन और प्रयोजनों में संत समिति सक्रियता से सहभागी होकर अकाल हरि कथा अभियान को सफल बनाएं जी एकल अभियान श्री हरि कथा के संच मीडिया प्रमुख हनुमान शक्ति जागरण जिला प्रमुख शिवम जी पात्रेकर बताया की रानीपुर आश्रम से माता रेणुका धाम छावल तक हर मंगलवार पदयात्रा हो रही है ,अश्विन अष्टमी से चैत्र एकम तक, यह पवित्र पदयात्रा बोरी वाले बाबा की तपस्थली रानीपुर आश्रम से शुरू होकर भोपाली महादेव, फाडका, डांगवा, बोरी होते हुए माता रेणुका धाम, छावल तक जाती है। जो कि 40 किमी लंबी पदयात्रा है यह यात्रा गौ ग्राम संस्कृति संरक्षण समिति एवं एकल अभियान श्री हरि कथा समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हो रही है।

यात्रा का उद्देश्य “पंच परिवर्तन” सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण, स्व का बोध यात्रा में श्रद्धालु आठनेर, भेसदेही, भीमपुर, मुलताई तहसील से आकर भाग ले रहे हैं। यात्रा का भव्य विराम समापन चैत्र मास की एकम को छावल धाम में होगा। तिथियाँ: हर मंगलवार 30 सितंबर 2025 से 31 मार्च 2026 तक। आप भी जुड़ें, आध्यात्मिक अनुभव और सामाजिक जागरूकता का हिस्सा बनें सभी सदस्यों ने नव-नियुक्त पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दीं और समिति के विस्तार के इस प्रयास का स्वागत किया।संगठन की भावी योजनाओं एवं समाज सेवा के कार्यों पर विचार-विमर्श के साथ बैठक का समापन हुआ।

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