Betul News Today/मुलताई। किसान संघर्ष समिति द्वारा आयोजित तीन दिवसीय चेतावनी धरना का आज पहला दिन किसान स्तंभ पर शुरू हुआ। इस धरने में बड़ी संख्या में किसान एवं किसान नेताओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष एड. आराधना भार्गव, जिला उपाध्यक्ष लक्ष्मण बोरबन, तहसील अध्यक्ष कृपाल सिंह सिसोदिया, प्रदेश सचिव भागवत परिहार, कार्यकारिणी सदस्य कृष्णा ठाकरे, जिला सचिव गुलाब देशमुख सहित रमेश सोनी, रमेश मोहने, चैनसिंह सिसोदिया, अकलेश पवार, रामदीन बारपेटे, गोकुल हारोड़े, धनराज ठाकरे, ओमकार, दुर्गाप्रसाद सिंगारे, दीपक पठाड़े, मुकेश सिंह, मनोज सिंह आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष एड. आराधना भार्गव ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों से गेंहू 2700 रुपए धान 3100 रुपए प्रति क्विंटल में खरीदने और सिंचाई हेतु 12 घंटे बिजली देने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आते ही अपने वादों से मुकर गई। उन्होंने कहा कि किसान दिन-रात मेहनत कर अन्न पैदा करता है, फिर भी अपनी उपज का उचित मूल्य नहीं पा रहा है — यह सरकार की किसान विरोधी नीतियों का परिणाम है।
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लक्ष्मण बोरबन ने कहा कि रात के समय कड़कड़ाती ठंड में किसानों को सिंचाई के लिए बिजली दी जाती है, जो किसानों के साथ क्रूरता और अन्याय है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने किसानों की मांगों को नजरअंदाज किया तो मुलताई से शुरू हुआ यह आंदोलन जल्द ही प्रदेशव्यापी रूप ले लेगा। कृष्णा ठाकरे ने कहा कि किसानों की उपज की खरीद मंडियों में की जानी चाहिए, न कि रैक पॉइंट पर, क्योंकि इससे किसानों को अत्यधिक असुविधा होती है। धरना स्थल पर किसानों ने एक सुर में सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द किसानों की उपज का पूरा मूल्य दिया जाए, बिजली आपूर्ति को सुविधाजनक बनाया जाए और प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा प्रदान किया जाए। धरना कार्यक्रम आगामी दो दिनों तक जारी रहेगा, जिसमें विभिन्न किसान संगठनों और क्षेत्रीय प्रतिनिधियों के शामिल होने की संभावना है।

