BETUL NEWS/मुलताई:- माँ ताप्ती की पवित्र नगरी में स्थित पावन टापू क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे अतिक्रमण को लेकर ताप्ती भक्तों सहित स्थानीय नागरिकों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है। ताप्ती नदी के उद्गम स्थल पर बने पवित्र सरोवर के बीच स्थित तपोभूमि जिसे आदि काल से संतों की साधना स्थली माना जाता रहा है वर्तमान में अतिक्रमण की चपेट में है।ताप्ती भक्तों के अनुसार कुछ लोगों द्वारा इस पवित्र टापू पर टिन शेड लगाकर कब्ज़ा करने की कोशिश की जा रही है, जिससे न केवल धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व वाले इस स्थल का प्राकृतिक स्वरूप बिगड़ रहा है, बल्कि माँ ताप्ती जी की मूल धरोहर को भी नुकसान पहुँच रहा है। स्थानीय ताप्ती भक्तों ने शासन और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यह स्थान सदियों से संतों की तपोभूमि के रूप में प्रतिष्ठित है, और इसके प्राकृतिक स्वरूप को किसी भी प्रकार के निर्माण या अतिक्रमण से क्षति नहीं पहुँचनी चाहिए। भक्तों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो यह पवित्र स्थल अपनी पहचान खो देगा। उन्होंने प्रशासन से अतिक्रमण हटाने और क्षेत्र की सुरक्षा तथा संरक्षण के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है।स्थानीय लोगों का मानना है कि माँ ताप्ती जी की इस धरोहर को प्राकृतिक स्वरूप में सुरक्षित रखना ही श्रद्धालुओं के भावनात्मक सम्मान और सांस्कृतिक विरासत की रक्षा का मार्ग है। ताप्ती भक्त दिनेश कलभोर, घनश्याम सोनी सहित अन्य लोगों ने बताया कि ताप्ती प्रदक्षिणा मार्ग सहित सरोवर के मध्य से अतिक्रमण हटाने की लंबे समय से मांग की जा रही है लेकिन प्रशासनिक अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं जिससे लगातार अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है।
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