BETUL NEWS:- ग्वालिर में हॉस्टल से गिरने से घोड़ाडोंगरी के बसन्या ढाना निवासी एमबीबीएस छात्र यशराज उईके की संदिक्त मौत होने पर केन्द्रीय राज्य मंत्री दुर्गा दास उईके, मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद् के उपाध्यक्ष राज्य मंत्री मोहन नागर भाजपा जिला अध्यक्ष सुधाकर पॉवर, क्षेत्रीय विधायक गंगा सज्जन सिंह उईके भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र मालवीय मंडल अध्यक्ष राजेश महतो नगर परिषद् अध्यक्ष मीरावंती नंद किशोर उईके ने आज घोड़ाडोंगरी नगर के वार्ड क्रमांक 15 में पंचम उईके के निज निवास पर पहुंच कर उनके पुत्र यशराज के छाया चित्र पर पुष्प अर्पण कर उन्हें विन्रम श्रद्धांजलि अर्पित की तथा शोक व्याप्त कर परिजनों को बंधाया इस पीड़ा के समय पर भाजपा परिवार परिवारजनों के साथ खड़े है जिसके पश्चात केंद्रीय मंत्री ने भरोसा दिलाया कि इस घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाएंगी ,क्षेत्रीय विधायक गंगा उइके ने कहा कि विधानसभा में उठाएंगी मृतक की घटना का मामला। शुक्रवार को हुई परिजनों से हुई भेंट में उन्होंने माता-पिता को आश्वस्त किया कि क्षेत्र के होनहार युवा की मौत का मामला वह विधानसभा में उठाकर जवाब मांगेंगी, की यशराज की मौत कैसे हुई l
ग्वालियर के रविशंकर शुक्ल बॉयज हॉस्टल में संदिग्ध हालात में MBBS छात्र यशराज उइके (21) की गिरने से मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि छात्र के पेट और कोहनी पर गंभीर चोटें थीं, जिससे मल्टी ऑर्गन डैमेज और इंटरनल ब्लीडिंग हुई। यशराज घोड़ाडोंगरी नगर के वार्ड नंबर 15 बसन्या ढाना का निवासी था और इस साल गजरा राजा मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया था।
Red Also: सराफा दुकान से चोरों ने उड़ाए 3 लाख कीमत के जेवर, पुलिस नहीं लगा सकी अब तक चोरों का सुराग
घटना कब और कहाँ हुई: सोमवार रात लगभग 9:45 बजे, यशराज अपने रूम पार्टनर प्रवीण सहरिया से मिलने के बाद हॉस्टल की बिल्डिंग से गिर गया। वह अभी तक हॉस्टल में अघोषित रूप से रह रहा था, क्योंकि उसे कोई रूम अलॉट नहीं हुआ था। हादसे के समय उसका मोबाइल पास में पड़ा मिला, जिससे पुलिस यह मान रही है कि यह हादसा था और खुदकुशी की आशंका कम है।
परिजनों की प्रतिक्रिया: यशराज के पिता पंचम उइके ने कहा कि उनका बेटा इतना कमजोर नहीं था कि खुदकुशी कर ले। परिजन स्पष्ट कर रहे हैं कि यशराज के साथ कुछ और घटना हुई होगी, जिससे परिजन का कहना है कि आगे भी ऐसी घटना गठित हो और कोई जनजाति बच्चा हॉस्टल में जाने से न डरे और किसी प्रकार की बच्चों के साथ कोई घटना घटे इसलिए इस मामले की एक एक और परीकी से जांच कराई जाना चाहिए जिससे आने वाले समय में किसी भी बालक बालिका को हॉस्टल में रहने का भय ना रहे

