सुगर मिल के कारण मार्ग पर खड़ी रहती हैं ट्रालियां,मिल परिसर में नही की गई व्यवस्था
BETUL NEWS/मुलताई। फोरलेन मार्ग से साईंखेड़ा मार्ग पर स्थित सुगर मिल द्वारा गन्ने की ट्रालियों को खड़े करने की कोई पुख्ता व्यवस्था नही करने पर पूरे मार्ग पर ट्रालियां खड़ी रहती है जिससे अन्य आवागमन प्रभावित हो रहा है वहीं दुर्घटनाएं हो रही है। पूरे मामले में प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नही करने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने बताया कि नियमानुसार सुगर मिल संचालक द्वारा मिल में आने वाली गन्ना ट्रालियों को व्यवस्थित रूप से खड़े कराने का प्रबंध करना चाहिए ताकि मार्ग पर आवागमन प्रभावित नही हो सके लेकिन व्यवस्था नही करने से पूरे मार्ग पर जगह जगह गन्ना ट्रालियां खड़ी नजर आती है जिससे मार्ग पर जाम की स्थिति बनी रहती है। ग्रामीणों के अनुसार इस दौरान गन्ना ट्रालियों के चालक शराब के नशे में धुत्त होकर वाहन तेज रफ्तार से चलाते हैं जिससे पहले भी दुर्घटनाएं हो चुकी है। बताया जा रहा है कि पिछले वर्ष इसी कारण लगभग 35 से 40 गन्ना ट्रालियां दुर्घटनाग्रस्त हुई थी जिसमें लोग भी चोटिल हुए थे। ट्रालियों के पलटने से मार्ग बंद हो जाता है जिससे उक्त मार्ग के ग्रामीणें के आवश्यक कार्य प्रभावित हो रहे हैं वहीं हमेशा ग्रामीणों के सिर पर ट्रालियों से दुर्घटनाग्रस्त होने की तलवार लटकी रहती है पूरे मामले में मिल संचालक द्वारा भारी लापरवाही सामने आ रही है जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भोगना पड़ रहा है।
ओवर लोड गन्ना ट्रालियां, नशे में धुत्त चालक
सुगर मिल में जाने वाली अधिकांश ट्रेक्टर ट्रालियां ओवरलोड होती है जिसमें क्षमता से अधिक गन्ना भरा जाता है। कभी कभी तो एक ट्रेक्टर द्वारा दो दो ओवरलोड ट्रालियों को खींचा जाता है जिससे दुर्घटनाएं हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि अधिकांश ट्राली चालक नशे में धुत्त नजर आते हैं जो तेज रफ्तार से वाहन चलाते हैं ऐसी स्थिति में लगातार दुर्घटनाएं हो रही है ग्रामीणों ने बताया कि सुगर मिल की अव्यवस्थाओं के कारण मार्ग से गुजरना मुश्किल हो गया है तथा पूरे दिन मार्ग पर बड़ी संख्या में ट्रालियां खड़ी रहने से बच के निकलना पड़ता है।

Betul Samachar- मां ताप्ती मेले की अवधि बढ़ाने की मांग को लेकर सैकड़ों दुकानदारों ने सौंपा ज्ञापन
मिल संचालक की मनमानी से परेशान ग्रामीण
सुगर मिल के कारण जहां मार्ग पर लगातार ट्रालियों का आवागमन प्रारंभ रहता है वहीं ट्राली चालक जहां चाहो वहां मनमर्जी से वाहन खड़े कर रहे हैं जिससे अन्य वाहनों का मार्ग से गुजरना मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि सुगर मिल संचालक द्वारा वाहनों के खड़े करने की व्यवस्थाएं बनाना चाहिए लेकिन व्यवस्थाएं नही बनाने से पूरे मार्ग पर अव्यवस्थाएं बनी हुई है। जागरूक ग्रामीणों ने बताा कि मिल संचालक की मनमानी से मार्ग के दोनों ओर बड़ी संख्या में अस्त व्यस्त तरीके से गन्ने से भरी ट्रालियां खड़ी रहती है जिसकी शिकायत करने पर संचालक द्वारा संतोषप्रद जवाब नही दिया जाता और ना ही व्यवस्थाएं बनाई जाती है जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
मूक दर्शक बने पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी
पूरे मामले में जहां साईंखेड़ा मार्ग पर सुगर मिल संचालक की मनमानी से अव्यवस्थाएं फैली हुई है वहीं पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी समस्या को देखते हुए भी मूक दर्शक बने हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि विगत वर्ष भी अव्यवस्थाओं का आलम था लेकिन कोई कार्रवाई नही की गई। प्रशासनिक लापरबाही उक्त मार्ग पर कई गन्ना ट्रालियों सहित अन्य वाहन दुर्घटनाग्रस्त हुए। ग्रामीणों के अनुसार साईंखेड़ा थाना सहित प्रशासनिक अधिकारियों को कई बार अव्यवस्थाओं की शिकायत की जा चुकी है इसके बावजूद पुलिस एवं प्रशासन द्वारा समस्या पर ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे इस वर्ष भी दुर्घटनाओं की संभावना बनी हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि यदि समय रहते समस्या का निराकरण नहीं किया गया तो वे सड़क पर आंदोलन करेंगे।

