Betul Ki Khabar / भीमपुर ( मनीष राठौर) :- भीमपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पलस्या में भवन के बरामदे की छत के प्लास्टर का एक बड़ा भाग टूटकर गिर पड़ा। हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। 20 मिनट पहले ही बच्चे बरामदे से पढ़ाई कर बाहर निकले थे आगनवाड़ी भवन की छत का प्लास्टर अचानक भरभराकर गिर गया। संयोग था कि हादसे के वक्त वहां बच्चे नहीं थे। थोड़ी देर पहले ही बच्चे बरामदे से पढ़कर बाहर निकले थे। अगर बच्चों के पढ़ाई करते समय प्लास्टर गिरता तो बड़ी घटना की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। विभाग ने भवन को जर्जर घोषित किया गया है ग्रामीणों ने बताया कि एम एस स्कूल पलस्या का भवन भी जर्जर हो गया लगातार बारिश के चलते छत के प्लास्टर दिनों दिन गिरते जा रहे हैं तेज बारिश के कारण पूरे छत से पानी टपक रहा है आए दिन ग्रामीण परेशान है इस स्थिति के स्कूल को देखकर ग्रामीण अपने बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि कल आंगनबाड़ी भवन पलसिया में बच्चे आंगनवाड़ी में बैठे थे बाहर बच्चे निकले ही थे उसके थोड़े ही देर बाद आंगनवाड़ी भवन का क्षेत्र का प्लास्टर भर भर के गिर गया बड़ा हादसा हो सकता था ग्रामीण अब अपनी बच्ची को भेजने के लिए विचार विमर्श करेगें।
स्कूल में जर्जर भवन के अलावा दो कक्ष हैं, लेकिन बच्चों की संख्या अधिक होने के कारण शिक्षक जर्जर भवन में भी पढ़ाई कराते हैं। प्रधानाध्यापक यादव ने बताया कि जर्जर भवन की शिकायत कई बार बीईओ से की गई, मगर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जर्जर भवन की डिमांड की प्रक्रिया भेज दी है।
यह भी पढ़िए : Betul Crime News – शराब के नशे में धुत पिता ने अपने 4 साल के बेटे को सड़क पर पटककर मार डाला
वही ग्रामीणों ने बताया कि आंगनबाड़ी भवन के बच्चे बाल बाल बच्चे बड़ा हादसा टला है इतनी जर्जर भवन में आंगनबाड़ी लगाने की क्या आवश्यकता है कोई दूसरे भवन में भी लगा सकते हैं वही सेक्टर प्रभारी गीता धुर्वे से इस संबंध में वार्तालाप की गई उनका कहना है कि वहां आंगनबाड़ी लगाने के लिए हमने माना कर दिया गया है ग्रामीणों ने कहा कल ही आंगनबाड़ी भवन की छत का प्लास्टर गिरा और आज से दूसरी जगह आंगनबाड़ी संचालित की जा रही है।
इस संबंध में परियोजना अधिकारी को फोन लगाया परंतु फोन रिसीव नहीं किया गया जिम्मेदार अधिकारी ही लापरवाह है आंगनवाड़ी भवन का प्लास्टर गिरता जा रहा है और जिम्मेदार अधिकारी का पता नहीं है।
क्षेत्रवासियों का कहना है समय-समय पर निरीक्षण यदि किया जाता तो आज आंगनबाड़ी भवन सहित स्कूलों की यह हालत नहीं होती दिनों दिन स्कूल आंगनबाड़ी भवन गिरते जा रहे हैं