पैसे हो जाएंगे बर्बाद सेकंड हैंड iPhone खरीद रहे हैं तो रखें इन 7 बातों का ध्यान,क्या आप भी एक बढ़िया iPhone खरीदना चाहते हैं लेकिन आपका बजट थोड़ा टाइट है? तो सेकंड-हैंड iPhone खरीदना एक बढ़िया विकल्प हो सकता है, लेकिन बिना सोचे-समझे कोई भी iPhone खरीदना एक गलत फैसला साबित हो सकता है।
एक अच्छा सेकंड-हैंड iPhone खरीदते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए। इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि सेकंड-हैंड iPhone खरीदते समय आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं कि आप कैसे एक अच्छा सेकंड-हैंड iPhone खरीद सकते हैं और अपने पैसे बर्बाद होने से बचा सकते हैं…
फोन की स्क्रीन, कैमरा और बटन
अगर आप सेकंड-हैंड iPhone खरीद रहे हैं, तो सबसे पहले उसके डिस्प्ले पर स्क्रैच, क्रैक या डेड पिक्सल की जांच करें, उसका ध्यान से निरीक्षण करें। स्क्रीन की ब्राइटनेस और कलर क्वालिटी भी चेक करें। कैमरे से फोटो और वीडियो लें और देखें कि कैमरा ठीक से काम कर रहा है या नहीं। फोकस, फ्लैश और जूम भी चेक करें। प्रेस करें और देखें कि वॉल्यूम, पावर और होम बटन ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं।
पैसे हो जाएंगे बर्बाद सेकंड हैंड iPhone खरीद रहे हैं तो रखें इन 7 बातों का ध्यान
बैटरी की स्थिति
फोन की बैटरी का लेवल 80% से कम नहीं होना चाहिए। कमज़ोर बैटरी का मतलब है कि बैटरी जल्दी खत्म होगी। आप विक्रेता से बैटरी की स्थिति रिपोर्ट मांग सकते हैं या फोन सेटिंग में खुद भी इसकी जांच कर सकते हैं।
फोन का IMEI नंबर
हर फोन का एक खास IMEI नंबर होता है। इस नंबर से आप फोन के बारे में बहुत सी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि फोन चोरी हुआ है या नहीं। आप इस नंबर को फोन सेटिंग में या फोन बूथ पर देख सकते हैं।
चार्जिंग पॉइंट
फोन चार्जर डालें और जांचें कि फोन ठीक से चार्ज हो रहा है या नहीं। यह भी जांचें कि चार्जिंग पोर्ट ढीला या क्षतिग्रस्त तो नहीं है।
फोन का इतिहास
अगर संभव हो तो विक्रेता से फोन के इतिहास के बारे में पूछें। उदाहरण के लिए, फोन कितने समय से इस्तेमाल किया जा रहा है, क्या कभी कोई समस्या हुई है या फोन का कोई हिस्सा बदला गया है।
फोन का सीरियल नंबर
फोन का सीरियल नंबर IMEI नंबर के समान होता है। आप इस नंबर को फोन बॉक्स में या सेटिंग में देख सकते हैं। पुराना फोन खरीदने से पहले इसे जरूर जांच लें।
फोन की मूल रसीद
अगर संभव हो तो फोन की मूल रसीद मांगें। इससे आपको फोन के बारे में अधिक जानकारी मिल सकेगी, जैसे कि फोन कब खरीदा गया था, वारंटी विवरण आदि।