मंडी के शेड पर व्यापारियों का कब्जा, बारिश में भीगा खुले में पड़ा किसानों का अनाज

By sourabh deshmukh

Published on:

Follow Us

टीन शेड पर व्यापारियों का कब्जा होने के कारण किसानों की 400 क्वींटल मक्का भीगीं, बीस क्वींटल नाली में बही, मंडी प्रभारी व जिले के अधिकारियों के कानों में जूं तक न रेंगी

BETUL NEWS / शाहपुर – बुधवार के दिन दोपहर में हुई तेज बारिश किसानों के लिए आफत बनकर आई बारिश इतनी तेज थी कि किसानों को फसल समेटने तक का मौका नहीं मिला मंडी परिसर में मंगलवार को अपनी मक्के की फसल बेचने आए किसानों को अपनी मक्का खुले मैदान में रखनी पड़ी क्योंकि मंडी परिसर में बने टीन शैडो में व्यापारियों द्वारा कब्जा कर चौकड़े लगा रखे हैं जो महिनों से रखे रहते हैं जिसकी वजह से किसानों को अपना अनाज का ढेर लगाने की लिए जगह तक नहीं मिलती है वहीं सरकार द्वारा किसानों की आय दुगनी करने की मंशा पर विभागीय अधिकारियों की व्यापारियों को खुला संरक्षण देने से सरकार पानी फिरता नजर आ रहा है वहीं बुधवार को किसानों की फसल भीगने के बावजूद भी किसी भी जिम्मेदार अधिकारियों ने मंडी परिसर पहुंचकर वहां के हालात देखना तक उचित नहीं समझा इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसानों से ज्यादा व्यापारियों को मंडी के अधिकारी कर्मचारियों ने खुला संरक्षण दे रखा है

फार्मलिटी के लिए लगाया गेट पर ताला

गुरुवार को छुट्टी के दिन मंडी के कर्मचारियों द्वारा मंडी गेट पर ताला तो लगा दिया लेकिन यह ताला मात्र शोपीस बनकर रह गया क्योंकि व्यापारियों द्वारा मंडी में किसानों से खरीदा गया माल लोड करने की बात कहकर दिन भर अपनी अपनी छोटी गाड़ियों से ग्रामीण अंचलों में औने पौने दाम खरीदी किया गया माल दिन भर आता गया। वहीं नाम न छापने कि शर्त पर कुछ व्यापारियों ने बताया कि शाहपुर मंडी में व्यापारियों की चांदी है बिना रोक टोक बेधड़क कुछ व्यापारियों द्वारा बिना अनुज्ञा पत्र के माल को अधिकारियों की मिली भगत से बाहर भिजवाया जा रहा है

Read Also – Betul Ki Khabar: बगडोना भाजपा नेता सुसाइड केस के पांच आरोपियों की अग्रिम जमानत याचिका हुई खारिज

किसानों को धमकाती नजर आई मंडी सचिव

बुधवार को तेज बारिश में भीगी किसानों की फसल जिसके निरीक्षण के लिए मंडी सचिव शीला खातरकर शाम चार बजे मंडी पहुंची और फसल बेचने आए किसानों को धमकाती नजर आई और प्रवेश पर्ची की जांच करने लगी जबकि मंडी कर्मचारियों द्वारा प्रवेश पर्ची नीलामी प्रक्रिया होने के बाद काटी जा रही है वहीं किसानों को कहां कि अपना माल जल्दी बेचो वरना अपने घर ले जाओ लेकिन प्रभारी की इस प्रतिक्रिया से निश्चित ही व्यापारियों को संरक्षण देना प्रतीत होता दिख रहा है कि किसान अपनी उपज के वाजिब दाम भी न ले सके।

मंडी सचिन शीला खातरकर से बात करनी चाहिए उनका मोबाइल व्यस्त बताता रहा और दोबारा लगाने पर पुरी घंटी तो गई पर कॉल नहीं उठाया

Leave a Comment