Bamboo Farming : बांस की खेती पर मिलेगा 50 प्रतिशत अनुदान, कुछ ही सालों में बन जाएंगे मालामाल

By sourabh deshmukh

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Bamboo Farming : किसान पारंपरिक खेती से हटकर कुछ ऐसा करना चाहते हैं जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके। कई किसान विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से अपनी आय में उल्लेखनीय वृद्धि कर चुके हैं। अगर आप भी कुछ ऐसा ही करना चाहते हैं तो बांस की खेती भी आपके लिए अच्छा जरिया हो सकती है। इसके लिए सरकार सब्सिडी भी देती है। बांस मिशन के माध्यम से मध्य प्रदेश में बांस की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। बांस आधारित उद्योगों को विकसित किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक रोजगार के अवसर पैदा हो सकें। बांस की खेती में नई तकनीक और प्रौद्योगिकी अपनाई जा रही है। इसके साथ ही बांस आधारित उद्योगों के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे का विकास किया जा रहा है। प्रदेश में 25090 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में बांस का रोपण किया गया है।

हर पौधे के लिए मिलते हैं 120 रुपये – Bamboo Farming

किसानों को कृषि क्षेत्र में बांस रोपण के लिये 120 रूपये प्रति पौधा अनुदान दिया जाता है, जो 3 वर्षों में 50:30:20 के अनुपात में दिया जाता है। बाँस की खेती से किसानों की आय में वृद्धि हो रही है और पर्यावरण संरक्षण तथा वनस्पती वृद्धि में बाँस की भूमिका को बढ़ावा दिया जा रहा है। निजी क्षेत्र में बांस रोपण को प्रोत्साहन करने के लिये 25 से 50 प्रतिशत तक अनुदान का प्रावधान है।

बांस रोपण करने पर मिलता अनुदान – Bamboo Farming

किसानों को प्रोत्साहित करने और बाँस-रोपण को बढ़ावा देने के बांस मिशन योजना में कृषि क्षेत्र में बांस रोपण को बढ़ावा दिया गया है। प्रदेश में कुल रकबा 25090 हेक्टेयर में बांस रोपण किया गया है, जिसमें राज्य सरकार द्वारा विगत पाँच वर्षों में 14 हजार 670 कृषकों को 5566.50 का रोपण अनुदान दिया गया है।

सरकार चला रही यह योजनाएं – Bamboo Farming

बाँस मिशन के तहत विभिन्न योजनाएँ और कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। जिनमें बाँस की खेती के लिये अनुदान, बाँस आधारित उद्योगों के लिये ऋण और प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। प्रदेश के परम्परागत बाँस शिल्पकारों को बाँस उत्पाद निर्माण एवं कौशल उन्नयन के लिये बाँस हस्तशिल्प, बाँस्केटरी, बाँस आभूषण, बाँस फर्नीचर, टर्निंग प्रोडक्ट, बाँस वास्तु-कला एवं यूटिलिटी हस्तशिल्प आयटम इत्यादि विधाओं में प्रशिक्षित किया जा रहा है।

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सबसे ज्यादा बांस उत्पादन MP में – Bamboo Farming

देश में सबसे ज्यादा बांस संसाधन मध्यप्रदेश में है। भारतीय वन सर्वेक्षण 2021 की रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश में 18,394 वर्ग किलोमीटर में बांस क्षेत्र है जो देश में सबसे ज्यादा है। दूसरे नंबर पर अरुणाचल प्रदेश और तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र है।

देश में बांस क्षेत्र 15.0 मिलियन हेक्टेयर है। मध्यप्रदेश में 1.84 मिलियन हेक्टेयर है। मध्यप्रदेश में शुद्ध बांस क्षेत्र 847 वर्ग किलोमीटर, घना क्षेत्र 4046 वर्ग किलोमीटर, विरल क्षेत्र 8327 वर्ग किलोमीट और पुन:उत्पादन 3245 वर्ग किलोमीटर में है जो देश में सबसे ज्यादा है।

सोशल मीडियो से किया जा रहा प्रमोट – Bamboo Farming

मध्यप्रदेश राज्य बाँस मिशन बाँस क्षेत्र के विकास के लिये सोशल मीडिया का भी उपयोग कर रहा है। बाँस क्षेत्र से संबंधित गतिविधियों को प्रमोट करने के लिये वेब एप्लीकेशन के साथ व्हाट्स-अप एप ग्रुप के माध्यम से डायरेक्ट लिंकेज स्थापित किये जा रहे हैं।

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