Betul Crime News :- महाराष्ट्र के गोंदिया में रहने वाले म्यूजिक टीचर की हत्या उनकी बेटी और दामाद ने ही की थी। लाश को महाराष्ट्र के गोरेगांव से करीब 300 किमी दूर बैतूल जिले के मुलताई के पास लाकर जला दिया था। चार महीने की पड़ताल के बाद मुलताई पुलिस ने हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाया। हत्यारे बेटी-दामाद को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
एसपी निश्चल एन झरिया ने बताया कि 15 फरवरी 2024 को बैतूल के चिचंडा गांव के सरपंच अंकित कालभोर ने सूचना दी थी कि एक चरवाहे ने बंद पड़े ढाबे के बाथरूम में जली लाश देखी है। पुलिस मौके पर पहुंची तो कंकाल के रूप में बाॅडी मिली। मौके पर कोई सबूत नहीं मिला। पुलिस ने भोपाल में बॉडी का पोस्टमार्टम करवाया। जिससे इतना पता चल सका कि मृतक की उम्र 40 से 60 साल के बीच है। उसके बालों की लंबाई 12 सेंटीमीटर है।
मामले की जांच के लिए एसडीओपी एसपी सिंह और टीआई राजेश सातनकर के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई गई।
सीसीटीवी फुटेज में दिखी संदिग्ध कार – Betul Crime News
पुलिस की टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी खंगाले। एक फुटेज में घटना वाले दिन सफेद रंग की संदिग्ध कार नजर आई। इसका रजिस्ट्रेशन नंबर MH35AG1359 दिखा। आरटीओ से जानकारी जुटाई तो पता चला कि ये कार किरण पति पुरुषोत्तम कावले निवासी गोंदिया के नाम पर रजिस्टर्ड है।
जांच टीम गोंदिया पहुंची। यहां लोगों से पूछताछ में पता चला कि कार मालकिन किरण कावले स्कूल में पढ़ाती हैं। उनके पति पुरुषोत्तम कावले म्यूजिक टीचर हैं। पुरुषोत्तम के बड़े-बड़े बाल हैं। वे शराब पीने के आदी हैं। पुलिस किरण को तलाशते हुए उनके घर पहुंची तो पड़ोसियों ने बताया कि पूरा परिवार चार महीने से लापता है। इससे पुलिस के शक की सुई परिवार के इर्द-गिर्द घूमने लगी।
पत्नी ने हुलिए के आधार पर पति की शिनाख्त की – Betul Crime News
पुलिस जैसे-तैसे भंडारा में पुरुषोत्तम के भाई दिलीप निवारी के पास पहुंची। उसने बताया कि भाभी किरण अभी अपनी बहन के पास बाघबोडी में हैं। इसके बाद टीम बाघबोडी गई। यहां किरण को घटनास्थल के फोटोग्राफ्स, अंगूठी और मृतक के हुलिए के बारे में जानकारी दी। किरण ने मृतक की पहचान पति पुरुषोत्तम कावले के रूप में की।
उन्होंने बताया कि पति पिछले चार महीने से लापता हैं।
बेटी-दामाद ने कहा था कि पापा कहीं चले गए हैं – Betul Crime News
किरण ने बताया, ‘पति पुरुषोत्तम शराब पीने के आदी थे। वे लोगाें से रुपए उधार लेते थे। लोग जब पैसे वापस मांगते तो फोन बंद कर पुरुषोत्तम कहीं चले जाते थे। इसी वजह से मैं बेटी मोनिका के घर रह रही हूं।
13 फरवरी को बेटी मोनिका को पता चला कि पिता की तबीयत खराब है। वह शाम को पति राहुल के साथ पिता को देखने गोंदिया के गोरेगांव गई। अगले दिन लौटी और बताया कि पिता की तबीयत खराब नहीं है। वे बहुत शराब पी रहे हैं। उन्होंने झगड़कर हमें भगा दिया। खुद भी कहीं जाने की बात कह रहे थे।’
हिरासत में लेकर कड़ाई बरती तो उगला राज – Betul Crime News
पुलिस ने मोनिका और राहुल को हिरासत में लेकर पूछताछ की। कड़ाई बरतने पर दोनों ने राज उगल दिया। उन्होंने बताया, ’13 फरवरी को पिता से मिलने गए थे। उन्होंने काफी शराब पी रखी थी। उन्हें समझाने की कोशिश की तो विवाद करने लगे। मारपीट के दौरान पुरुषोत्तम की मौत हो गई। मोनिका-राहुल ने लाश को कार की डिक्की में डाला। गोरेगांव से सुबह 5 बजे अपने घर काटोल पहुंचे। सुबह मां को झूठी कहानी सुना दी।’
ढाबे के बाथरूम में पेट्रोल डालकर जलाया शव – Betul Crime News
पुलिस के मुताबिक, मोनिका ने बताया कि लाश को ठिकाने लगाने के लिए कार को लेकर बैतूल जिले के मुलताई पहुंचे। यहां हाईवे पर ही बंद पड़ा ढाबा नजर आया। कार रोकी और लाश को ढाबे के बाथरूम में लेकर गए। यहां पेट्रोल डालकर लाश को जला दिया। लाश कंकाल में तब्दील हो गई तो कार लेकर घर लौटे। पुलिस को शक न हो इसलिए रास्ता बदल दिया था। इस बार अमरावती-परतवाड़ा स्टेट हाईवे से काटोल पहुंचे।
सीसीटीवी फुटेज खंगाले, टोल और ढाबे के बीच समय के अंतर को देखा – Betul Crime News
एसपी झरिया ने कहा, ‘पुलिस ने लाश मिलने के बाद हाईवे से उसी दिन गुजरे एक-एक वाहन की जानकारी जुटाई। इसी दौरान सफेद रंग की कार नजर आई। पुलिस ने खंबारा टोल और एक ढाबे के सीसीटीवी चेक किए, इनमें टोल से ढाबे तक पहुंचने में लगने वाले समय के अंतर को देखा। टोल से सीसीटीवी लगे ढाबे के बीच पहुंचने में 10 मिनट लगते हैं लेकिन सफेद रंग की कार को करीब एक घंटा लगा। इसी से शक गहराया।
उन्होंने बताया कि कार के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर आरोपियों को ट्रैस किया। मामले में पुरुषोत्तम की बेटी मोनिका (33) और उसके पति राहुल बाडबुदे पिता नामदेवराव बाडबुदे (36) निवासी डोंगरगाव तहसील जिला नागपुर को गिरफ्तार किया। दोनों को मंगलवार को स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने लाश की शिनाख्त पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। जिसे बाद में बढ़ाकर 25 हजार कर दिया गया था। यह इनाम अब जांच टीम को दिया जाएगा।