Betul Crime News / भैंसदेही (मनीष राठौर) :- दिनांक 05.11.2024 को फरियादी संतोष सूर्यवंशी ने थाना झल्लार में रिपोर्ट दर्ज कराई कि दिनांक 04.11.2024 की रात लगभग 10:30 बजे वे अपने परिवार के साथ भोजन कर सो गए थे। करीब 01:00 बजे उनकी पत्नी हीरा सूर्यवंशी ने खटपट की आवाज सुनकर सीसीटीवी कैमरों की लाइव फुटेज टीवी पर देखी, जिसमें 6-7 लोग हथियारों के साथ उनके घर का मेन गेट तोड़ने का प्रयास करते दिखे। शोर मचाने पर मोहल्ले के लोग जाग गए और गेट के पास मौजूद लोग भागने लगे। संतोष सूर्यवंशी व उनके पुत्र प्रिंस ने मोहल्ले वालों की सहायता से दो आरोपियों को पकड़ लिया, जिनका नाम मुकेश उइके और मनोज उइके था।
विवेचना और पूछताछ:
पूछताछ के दौरान पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि उनके साथियों ने संतोष सूर्यवंशी के घर में डकैती करने की योजना बनाई थी। योजना के अनुसार वे मनीष दुबे की बोलेरो वाहन से ग्राम केरपानी पहुंचे थे और मेन गेट तोड़ने का प्रयास कर रहे थे, तभी शोर मचने पर भागने लगे।
टीम गठित और गिरफ्तारियां:
पुलिस अधीक्षक बैतूल श्री निश्चल एन झारिया के निर्देश अनुसार एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बैतूल, और एसडीओपी भैंसदेही के निर्देशन में थाना झल्लार से एक टीम गठित की गई। इसमें थाना प्रभारी उप निरीक्षक मनोज कुमार उइके व पुलिस स्टाफ शामिल थे। उक्त टीम द्वारा तलाशी के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और घटना में प्रयुक्त हथियार व बोलेरो वाहन क्रमांक एमपी 48 टी 0333 को जब्त किया गया।
Read Also : माँ पूर्णा की पूजा-अर्चना एवं चुनरी अर्पित कर किया मेले का शुभारंभ
गिरफ्तार आरोपियों की सूची:
मनोज उइके, निवासी मदनी बारछी, थाना बोरदेही,मुकेश उइके, निवासी बेलढाना, थाना बोरदेही देवेन्द्र उर्फ देवा कुमरे, निवासी लेण्डोरी, थाना पांडुर्णा रामपाल सरियाम, निवासी बामला, थाना बोरदेही
सुरेश कुमरे, निवासी ढोलन खापा रैयत, थाना पांडुर्णा
कमलेश यादव, निवासी सोनाघाटी, बैतूल
संजू बारस्कर, निवासी जामठी, थाना आठनेर
ज्ञानदेव गवीकर, निवासी सोनाघाटी, बैतूल. मनीष दुबे, निवासी दुर्गा मंदिर के पास, कोठी बाजार, बैतूल
जब्त सामग्री:
06 लोहे की रॉड,एक कुल्हाड़ी,एक बोलेरो वाहन (एमपी 48 टी 0333)
टीम का योगदान:
उक्त गिरफ्तारी में थाना प्रभारी उप निरीक्षक मनोज कुमार उइके, सउनि श्रीकांत वर्मा, सउनि दिलीप टांडेकर, प्रधान आरक्षक हाकमसिंह, आरक्षक जगदीश कवरेती, हर्षवर्धन पवार, नितेश सिरसाम, सुनील भारती, जसपाल धुर्वे, बलदेव धुर्वे, और साइबर सेल टीम के आरक्षक दीपेन्द्र व बलराम का विशेष योगदान रहा।