Betul Daily News/भैंसदेही (मनीष राठौर):- भैंसदेही समाजसेवी शिक्षक तथा शिक्षा विभाग में विकासखंड अकादमिक समन्वयक के पद पर जनपद शिक्षा केंद्र भैंसदेही में पदस्थ श्रीराम भुस्कुटे, वन विभाग में पदस्थ नाकेदार रामराव भुस्कुटे, तथा व्यवहार न्यायालय भैंसदेही में सहायक ग्रेड- 3 के पद पर पदस्थ सत्येंद्र कुमार भुस्कुटे के पिताजी लक्ष्मणराव भुस्कुटे सेवानिवृत्त पटवारी का शुक्रवार को लगभग 90 वर्ष की आयु में देवलोक गमन हो गया है। जिनका अंतिम संस्कार नगर के पूर्णा मोक्षधाम में किया गया। जिसमें शिक्षकगण, अधिवक्तागण, जनप्रतिनिधिगण, समाजसेवी, पत्रकारगण शामिल हुए। सभी ने मृत आत्मा की शांति तथा परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने हेतु दो मिनट का मौन रखकर ईश्वर से प्रार्थना करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। गौरतलब है कि स्व. लक्ष्मणराव भुस्कुटे का जन्म नगर भैंसदेही में स्वतंत्रता के पूर्व 16 अक्टुबर 1935 को भुस्कुटे परिवार में हुआ था। उन्होंने 42 वर्ष तक राजस्व विभाग में पटवारी के पद पर रहकर अपनी सफलतम सेवाएं दी। वे राजस्व निरीक्षक नजूल भैंसदेही के पद पर भी रह चुके थे तथा उन्हें वर्ष 1989 में सेवाकाल के दौरान बैतूल जिले में महिला नसबंदी के क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर तत्कालीन कलेक्टर बैतूल द्वारा 1000 की नगद राशि एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया था।
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वे वर्ष 1993 में 58 वर्ष की आयु में अपनी सफलतम सेवाएं देकर सेवानिवृत हुए। सेवानिवृत्ति उपरांत वर्ष 1993 में वे समाज सेवा के उद्देश्य से कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। उन्हें तत्कालीन अमरावती क्षेत्र की पूर्व लोकसभा सदस्य तथा पूर्व राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल द्वारा भैंसदेही प्रवास के दौरान चौहान भवन भैंसदेही में आयोजित कांग्रेस पार्टी के एक कार्यक्रम में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई गई थी। पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें निर्वाचन आयोग के निर्देश पर वरिष्ठ मतदाता की हैसियत से घर पर वोटिंग की सुविधा प्रदान की गई तथा सेक्टर अधिकारी जीसी सिंह एवं चुनाव टीम द्वारा एवं जिला पेंशनर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष द्वारा वरिष्ठ पेंशनर के रूप में उन्हे शाल श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया था। उन्हें समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए जिला क्षत्रिय पवार समाज संगठन बैतूल द्वारा भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया था। वे अपने दौर के विलक्षण प्रतिभा की धनी, जुझारू, कर्तव्य निष्ठ, सेवा पारायण ,साहस, कौशल ,सहयोग और विवेक के महारथी थे। उन्होंने पटवारी संघ, अजाक्स संगठन, पेंशनर संगठन तथा अंबेडकर समिति भैंसदेही में सचिव के पद पर अपनी सफलतम सेवाएं देकर संगठन एवं समाज को एक नई दिशा देने का कार्य किया।

