Betul Ki Khabar – विकास निधि से दुकानों के निर्माण का जनपद सदस्यों ने जताया विरोध

By sourabh deshmukh

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कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पंचायतों में दुकान बनाने की मांग

Betul Ki Khabar / आमला :- जनपद पंचायत आमला के परिसर में विकास निधि से दुकानों के निर्माण को लेकर विरोध शुरू हो गया है। इस संबंध में जनपद सदस्यों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर उक्त राशि से निर्माण नही करवाने की मांग की है। दरअसल जनपद पंचायत परिसर में कॉम्प्लेक्स बनाने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। इसके पीछे कारण यह है कि जनपद पंचायत के आधिपत्य वाले दो भवनों को डिस्मेंटल किया जा रहा है। जहां दुकानों का निर्माण किये जाने की संभावना है। ऐसे में जनपद सदस्यों ने विकास निधि की राशि से दुकानों के निर्माण का विरोध किया है। जनपद सदस्यों का आरोप है कि दुकानों का निर्माण सिर्फ शहर के अपने चहेते लोगो को लाभ पहुंचाने की नियत से साजिश की जा रही हैं। जिसके लिए जनपद पंचायत सदस्यगण सहमत नहीं हैं। जनपद सदस्यों का कहना है कि उनके स्थान पर ग्राम पंचायतों की आय बढ़ाने तथा ग्राम के युवा बेरोजगारों को रोजगार देने की लिए ग्राम पंचायत में दुकाने निर्माण की स्वीकृति दी जाये।

आरोप, इससे केवल शहर युवाओं को फायदा …

जनपद सदस्यों का आरोप है कि जनपद परिसर में निर्मित दुकानों से केवल शहरी युवाओं को फायदा मिलेगा, गांवों के बेरोजगार युवाओं को रोजगार के लिए कोई साधन नहीं है। जनपद सदस्यों का कहना है कि ऐसे ज्ञात हुआ है कि 35 लाख रूपये से शहर आमला में दुकाने निर्माण की योजना बनाई जा रही है। जनपद पंचायत सदस्यों ने यह निर्णय लिया है कि शहर आमला में दुकाने निर्माण नहीं करवाकर उनके स्थान पर ग्राम पंचायतों की आय बढाने तथा ग्राम के युवा बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए ग्राम पंचायतों में दुकाने निर्माण किया जाये, ताकि ग्रामीण बेरोजगार युवाओं को रोजगार की धारा से जोड़ा जा सके।

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जर्जर भवनों को गिराने से बढ़ी उम्मीदें …

जनपद पंचायत परिसर में जो भवन जर्जर और खंडहरनुमा हो चुके है, उन्हें गिराने की योजना के बाद खाली जमीन पर काम्प्लेक्स बनाने की योजना है। जिसकी शहरवासी लंबे समय से मांग भी कर रहे थे। जिसके बाद जनपद पंचायत ने यह निर्णय लिया था कि खाली जमीन पर दुकानों का निर्माण किया जाये, लेकिन जनपद पंचायत सदस्यों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। जनपद सदस्यों का कहना है कि यह राशि पंचायतों के विकास के लिए मिलती है। ऐसे में इस राशि का उपयोग पंचायतों में दुकान निर्माण के लिए होना चाहिए, न कि शहर में विकास के लिए।

इनका कहना है –

जनपद का कम्प्लेक्स का निर्माण का निर्णय जिला पंचायत सीईओ ही लेंगे आप उनसे चर्चा कर लीजिए अभी फिलाल तो जनपद के पुराने भवन को डिस्मेंटल किया जा रहा है।

संजीत श्रीवास्तव सीईओ आमला

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