Betul Ki Khabar: नलों में टोटी नहीं, प्रतिदिन बह रहा हजारों लीटर पानी व्यर्थ
जल संरक्षण के लिए बड़ी-बड़ी योजनाएं बनती है। लोगों को अभियान चलाकर जागरूक भी किया जाता है, लेकिन नगरपालिका खुद पानी बचाने के प्रति लापरवाह बनी हुई है। यहीं वजह है कि रोजाना हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह जाता है। इसका एक कारण यह भी है कि शहर के अधिकांश सार्वजनिक नलों में टोटियां नहीं लगी है, जिन नलों में टोटी है, लोग वहां पानी भरने के बाद नलों को खुला छोड़ देते है। दरअसल शहर के 18 वार्डो में 6 पानी की टँकियों से पानी की सप्लाई की जाती है। करीब 3500 घरेलू नल कनेक्शन भी दिये है, जबकि वार्डो और सार्वजनिक स्थानों पर 150 के करीब सार्वजनिक नल लगे हुए है। जिनमें टोटियां नहीं है। वही रोजाना 20 लाख लोटर पेयजल वार्डो में सप्लाई होता है। नगरपालिका के जिम्मेदारों को जानकारी होने के बाद भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसमें लोगों की लापरवाही भी सामने आ रही है। लोगों को नल कनेक्शन देते समय टोंटी लगाने की समझाइश दी जाती है। फिर भी सैकड़ों नलों से टोटियां गायब हैं। ऐसे में हर दिन हजारों लीटर पानी की बर्बाद हो रही है।
सार्वजनिक नलों में टोटियां नहीं, बहता है पानी ……..
शहर में करीब 60 से 45 मिनट पानी की सप्लाई होती है। इस दौरान सार्वजनिक नलों में टोटी नहीं होने से पानी बहता है। शहर की गली-मोहल्ले में नलों से पानी बहकर नालियों में एकत्रित होता है। जहां नालियों की सफाई नहीं होने से मच्छरों का लार्वा पनपते हैं। जिससे मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ता है। लोगों ने बताया कि नगरपालिका द्वारा व्यर्थ बहते पानी को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है। सालों से इसी तरह सार्वजनिक नलों और घरेलू कनेक्शनों से पानी बहता है। लेकिन नगरपालिका द्वारा किसी प्रकार का सर्वे भी नहीं किया जाता है, जिससे कि सार्वजनिक नलों और घरेलू नल कनेक्शनों में टोंटी लगाने के प्रति नागरिकों को पाबंद किया जा सके।
1 घण्टा पानी से हर दिन हजारों लीटर पानी बर्बाद …….
शहर में गर्मी के दिनों में जलसंकट की स्थिति निर्मित होने से रोकने के लिए पानी की बर्बादी पर रोक लगाना बेहद ही जरूरी है। शहर में प्रतिदिन 60 से 45 मिनट तक पानी की सप्लाई हो रही है। इस दौरान प्रेशर से पानी नलों में आता है। जिन घरों में नलों में टोंटी नहीं है। उन घरों में रोजाना ही पानी व्यर्थ भी बहता है। ऐसे में बगैर टोंटी वाले नलों से प्रतिदिन करीब 5 हजार लीटर से अधिक पानी व्यर्थ बह जाता है। इसके अलावा सार्वजनिक नलों से भी पानी सप्लाई के दौरान पानी बहता है। लोग पानी भरने के बाद सार्वजनिक नलों को खुला ही छोड़ देते है।
पानी बचाने नपा खुद गंभीर नहीं, गर्मी में जलसंकट ………..
नगरपालिका प्रशासन नलों में टोंटियां लगाने के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नजर नहीं आ रहा है। यही कारण है नपा के सार्वजनिक नलों से भी टोटियां गायब हो चुकी हैं। आमला के 18 वार्डो में अधिकांश सार्वजनिक नलों में टोटियां नहीं होने से प्रतिदिन पानी की बर्बादी हो रही है। नालों में टोटियां लगवाने को लेकर सालों से नपा की तरफ से किसी प्रकार का सर्वे नहीं होने से यह स्थिति बनी हुई है। शहर के जागरूक नागरिकों का कहना है कि अभी डेम भरा हुआ है, लेकिन जैसे-जैसे गर्मी आती है, डेम का जलस्तर कम हो जाता है और गर्मी में लोगों को जलसंकट का सामना करना पड़ता है। यदि नगरपालिका अभी से पानी बचाने का प्रयास करे तो गर्मी में लोगों को पानी की समस्या नहीं आयेगी।
इनका कहना है ……………
अभी वर्तमान में जलावर्धन योजना से पेयजल की सप्लाई की जा रही है 150 के करीब सार्वजनिक नल है सब मे टोटियां लगी हुई है पानी व्यर्थ नही बह रहा है।
गणेश हरोड़े जल शाखा प्रभारी नगर पालिका आमला