मत्स्य पालन के कारण बांध का पानी खराब होने की पुख्ता रिपोर्ट नहीं, मछली पालन को लेकर आरोप प्रत्यारोप
Betul Ki Khabar/मुलताई (सलमान शाह) :- हरदौली बांध में मत्स्य पालन को लेकर नपा के कुछ जनप्रतिनिधियों एवं मत्स्य समिति द्वारा आरो प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। मत्स्य समिति के सदस्यों का कहना है कि ठेका नगर पालिका द्वारा ही दो वर्ष पूर्व 10 वर्ष के लिए दिया गया था वहीं जनप्रतिनिधियों का मत है कि मत्स्य पालन के कारण पानी दूषित हो रहा है जिससे नगर में बीमारियां फैल रही है। पूरे मामले में नपा उपयंत्री का कहना है कि मत्स्य पालन के कारण बांध का पानी दूषित हो रहा है इसकी पुख्ता रिपोर्ट नही है। सिर्फ संभावना व्यक्त की गई है। इधर मत्स्य समिति के सदस्यों द्वारा नेहरू वार्ड पार्षद पर ठेका निरस्त करने की धमकी देने तथा इसके एवज में राशि की मांग का भी आरोप एसडीएम, एसडीओपी तथा थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर लगाए जा चुके हैं। मत्स्य समिति के सदस्यों ने शिकायत में यह भी बताया कि उक्त समिति में 27 सदस्य है जिनका परिवार हरदौली बांध में मत्स्य पालन पर निर्भर है। उन्होने बताया कि बिना ठोस कारण के ठेका निरस्त करने से 27 लोगों के परिवार पर आजिविका का संकट मंडरा रहा है। उन्होने बताया कि ठेका निरस्त करने का कोई औचित्य नही है क्योंकि नपा बांध का पानी पहले फिल्टर प्लांट में पानी साफ करके नगर में जल प्रदाय करती है।
कांग्रेस की परिषद में हुआ था ठेका: Betul Ki Khabar
हरदौली बांध में मत्स्य पालन का ठेका कांग्रेस की परिषद में तत्कालीन नपाध्यक्ष नीतू परमार के कार्यकाल में दिया गया था। ठेका न्यू ताप्ती मत्स्य उद्योग सहकारी समिति हिवरा को आगामी 10 वर्षों के लिए दिया गया था। उक्त ठेके में समिति के द्वारा ठेके की नियम एवं शर्तों को पूरा करके राशि भी जमा की गई थी। विगत कुछ दिनों पूर्व नगर के दो वार्डों में डायरिया फैलने के बाद हरदौली जलाशय में मत्स्य पालन के कारण जल दूषित होने की संभावना व्यक्त की गई थी। हालांकि पीएचई की रिपोर्ट में यह पुख्ता तौर पर नही कहा गया है कि मत्स्य पालन के कारण जल दूषित हुआ है। उपयंत्री योगेश अनेराव के अनुसार ऐसी संभावना व्यक्त की गई है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस परिषद द्वारा ठेका दिए जाने के कारण भी भाजपा परिषद द्वारा इसे निरस्त करने में रूचि ली जा रही है।
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आरोपों की जांच करने की मांग: Betul Ki Khabar
इधर बताया जा रहा है कि नपाध्यक्ष वर्षा गढ़ेकर एवं कुछ सभापति द्वारा एसडीओपी को ज्ञापन सौंपकर मत्स्य समिति के द्वारा लगाए गए आरोपों की सत्यता की भी जांच की मांग की गई है। वर्षा गढ़ेकर ने बताया कि समिति के द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं वे निराधार हैं जिससे परिषद की छवि धूमिल हो रही है। ऐसी स्थिति में आरोपों की सत्यता की जांच आवश्यक है। वर्षा गढ़ेकर ने बताया कि जिन समिति के सदस्यों द्वारा आरोप लगाए गए हैं उनसे भाजपा का कोई भी जनप्रतिनिधि नही मिला है। इसलिए आरोप संबन्धित साक्ष्य समिति द्वारा पेश किया जाना आवश्यक है। इधर समिति के द्वारा आरोप लगाने के बाद पूरे मामले ने राजनैतिक रूप ले लिया है जिससे आरोप प्रत्यारोप का दौर प्रारंभ हो गया है। इसके तहत नगर के दीपेन्द्र पंवार, शुभम खवादे, सुभाष देवासे, रवि तायवाड़े, तुषार उघड़े आदि युवाओं के द्वारा एसडीएम एवं सीएमओ को ज्ञापन सौंपकर ठेका निरस्त करने की मांग की गई है।