पाल , पिपरदे को मिली जगह , राठौर , ठाकुर , महाले से वापस लिया प्रभार
Betul Ki Khabar/भैंसदेही (मनीष राठौर) :- भैंसदेही भाजपा की नगर सरकार में परिषद अध्यक्ष मनीष सोलंकी ने शुरुआत में अपने साथ बनाए गए पीआईसी मेंबरों में किए अचानक बदलाव नगर में खासा चर्चा का विषय बना हुआ है, लोग इसे आपसी विवाद से जोड़ कर देख रहे है , खैर पीआईसी मेंबरों को बदलने का कोई ठोस कारण अभी सामने नहीं आया , पर लोग दबी जुबान में कानाफूसी करते नजर आए कि विवाद की जड़ निर्माण कार्यों में पार्टनरशिपि से हुवे लाखों के नुकसान से जोड़ का देख रहे है। परिषद के सूत्र बताते है कि निर्माण कार्यों के कमीशन से अपना हिस्सा मांगने को लेकर पहले भी कई बार विवाद हो चुके है परंतु विवाद अध्यक्ष के कमरे तक ही सीमित रहा। सूत्र तो यह भी बताते है कि अध्यक्ष सोलंकी भाजपा के पार्षदों को साथ लेकर चलने की बजाय कांग्रेस के पार्षदों के मुरीद है। और गलत पर आवाज उठाने वाले उन्हें पसंद नहीं जिसका सीधा लाभ विपक्ष के पार्षदों को दिलाया जा रहा है, सूत्रों की माने तो सामने आया कि ज्यादातर कमाई वाले छोटे कार्य कांग्रेस के पार्षदों को देकर उसमें अपना शेयर अलग रखते है। ओर भाजपा के पार्षदों को नुकसान उठाने वाला कार्य लाभदायक बताकर दिया जाता है। जिसको लेकर भी पूर्व से विवाद चलता रहा जो धीरे धीरे बढ़ता गया, जिसकी शिकायत भाजपा के कुछ पार्षदों ने बैतूल पहुंचकर भैय्या से भी दो बार की गई , जिस कारन भी अध्यक्ष को कुछ भाजपा पार्षदों से नाराजगी थी , पर भईया की भैंसदेही में चलती नहीं , इसलिए कुछ बात बन नहीं पाई , जिसकी कीमत कुछ भाजपा पार्षदों को अपने दायित्व से हाथ धोकर चुकानी पड़ी । खैर यह तो भाजपा संगठन ओर भाजपा के नगर सरकार की आपस की बात है , हमें क्या , परंतु संगठन ने इस ओर ध्यान देना चाहिए और भैंसदेही में भाजपा की गिरती हुई शाख को मजबूत करने पर जोर देना चाहिए नहीं तो आने वाले निकाय चुनाव में भाजपा को नगर सरकार बनाने में दूरी बनाने से कोई नहीं रोक सकता।
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पाल , पिपरदे अंदर , ठाकुर , राठौर , महाले बाहर (Betul Ki Khabar)
प्राप्त जानकारी में सामने आया कि भाजपा नगर सरकार में भाजपा के पार्षदों में से कुछ होनहार ईमानदार पार्षदों को सभापति बनाया गया था, जिसमे लोक निर्माण विभाग का सभापति वार्ड नंबर 11 के पार्षद आशुतोष राठौर, बाजार एवं राजस्व विभाग का सभापति वार्ड नंबर 12 के पार्षद सुरजीत सिंह ठाकुर, महिला एवं बाल विकास विभाग की सभापति महाले एवं अन्य दो पार्षदों को शामिल कर पीआईसी का गठन किया गया था, जिसे अध्यक्ष सोलंकी ने भंग कर, अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए , आशुतोष राठौर, सुरजीत सिंह ठाकुर, महाले को सभापति पद से हटा दिया, इनकी जगह कृष्णा केरू पिपरदे वार्ड नंबर 03 ,तारा मदन पाल पार्षद वार्ड नंबर 10 को सभापति बनाया गया है , साथ ही एक मलाईदार विभाग अध्यक्ष ने स्वयं के पास रख लिया , हालांकि नवीन सभापतियों को कौन कौन से विभाग दिए इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई, सूत्र बताते है कि अध्यक्ष के इस फैसले से भाजपा नगर सरकार में अच्छा खासा मनमुटाव बन चुका है। जिसको लेकर कांग्रेस पार्षदों के चेहरों पर खुशी की झलक देखी जा रही है। कांग्रेस इसे भविष्य में होने वाले बदलाव से जोड़कर देख रहे हैं, नगर में चर्चा का विषय बनी नगर सरकार के मन मुटाव को दूर करने के लिए अब देखना यह होगा कि भैंसदेही भाजपा में राजनीति के चाणक्य , वरिष्ठ नेता, संगठन संरक्षक , संगठन को एक माला में बांधे रखने वाले राजनेता , भाजपा के जिम्मेदार पदाधिकारी भाजपा नगर सरकार में चल रहे मन मुटाव को दूर करने की जहमत उठा पाएंगे या यह भीतर का विवाद ऐसे ही चलता रहेगा , जिसका खामियाजा आगामी निकाय चुनाव में भुगतना पड़ सकता है। संपूर्ण लेख नगर की चर्चाओं के आधार पर आधारित है।