Betul Ki Taja Khabar(विपुल राठौर):- विगत दिनों पहले हुए झल्लार की टप्पा तहसील में फसल की हेरा फेरी के मामले में अभी तक प्रशासन से पूरी तरह किसानों को राहत लेने वाली पुष्टि नहीं की गई है। बता दे कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में मुआवजा मिलने वाली भावांतर योजना के तहत सोयाबीन की फसल की जगह मक्के कि फसल का रजिस्ट्रेशन किया गया था। जिससे किसानों ने सैंकड़ों की संख्या में जाकर जिला कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन भी सौंपा था। आज 2–3 दिन बीतने के बाद भी जब पटवारी इमरतलाल धुर्वे से इस संबंध में बात की तो उन्होंने कहा कि अभी तहसीलदार साहब से लेकर तो सभी अधिकारी इस समस्या का निराकरण करने में लगे हुए है। परन्तु स्पष्ट रूप से उन्होंने यह जवाब नहीं दिया कि इसका वाकई में पूरी तरह निराकरण हो जाएगा या नहीं या किसानों को उनकी फसल का हुआ नुकसान की भरपाई वे कर पाएंगे या नहीं, परन्तु किसानों को अभी यह उम्मीद है कि साल भर की एक मात्र फसल से उनका सारा गुजरा चलता है तथा उम्मीद है कि शासन , प्रशासन उनकी मदद करेगा।
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