Betul News: महर्षि दयानंद सरस्वती की 200 जयंती के अवसर पर आयोजित श्रद्धानंद आर्य समाज चिचोली के 116 वे वेद प्रचार महोत्सव में मंगलवार को हिमाचल से आए वैदिक विद्वान आचार्य नरेश जी ने अपने व्याख्यान में बताया कि अपने आप को जानने का प्रयास करो वो दूर नहीं है वह यम और नियम से मिलता है ऐसा कोई कार्य मत करो जो किसी सज्जन को कष्ट हो भगवान की वेदवाणी का अनुसरण करो जो संतान पैदा की है वह धरती की शान बने उसे राष्ट्रभक्त और जितेंद्रीय बनाओ जो संध्या करें जाति-पाति उच्च नीच को मत ढूंढो भगवान तो केवल मानवता देखते हैं वह मनुर्भाव कहलाता है जानबूझकर हमारी हिंसा नहीं करता है उसकी हिंसा ना करे जिसने सब कुछ दिया है उसका धन्यवाद करो।
उत्तर प्रदेश आगरा से आए आर्य विद्वान आचार्य हरिशंकर उपाध्याय ने आर्य समाज के 116 महोत्सव के दौरान अपने व्याख्यान में बताया कि धर्म का पालन करते हुए जीवन में सफलता हासिल की जा सकती है उन्होंने कहा यज्ञ करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मनुष्य जीवन स्वस्थ रहता है वातावरण के शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्तित्व का विकास होता है
भजन उपदेशक कैलाश कर्मठ ने बताया कि पांच ज्ञानेंद्रिय मन बुद्धि चित और अहंकार इनको साधने का नाम ही साधना है साधना रोज करनी चाहिए यह पूरी दुनिया हमारे लिए है घर परिवार हमारे लिए हैं पर हमारे हमारे नहीं हैं आचार्य दीप्ति बहन अपने उद्बोधन दिए निकिता ने मनमोहक भजन प्रस्तुत किए
Betul News : कुंए पर कर लिया अतिक्रमण, वार्डवासियों ने जनसुनवाई में की शिकायत