भैंसदेही की ग्राम पंचायत धामनगांव की नल-जल योजना को लेकर जनप्रतिनिधियों ने विधायक से की शिकायत
12 तारिख को मुख्यमंत्री से भैंसदेही में करेंगे शिकायत
Betul News / भैंसदेही (मनीष राठौर) :- भैंसदेही विकासखण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत धामनगांव में चल रहे लगभग देढ़ करोड़ रुपए लागत की नल-जल योजना कार्य में हो रही अनियमितताओं से असंतुष्ट ग्राम के भाजपा जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्रीय विधायक महेंद्र सिंह चौहान से बैतूल में स्थित विधायक कार्यालय में मुलाकात कर देढ़ करोड़ रुपए लागत से निर्मित नल-जल योजना में हुई लापरवाही से अवगत कराया तो वहीं लिखित आवेदन देकर जांच कराने की मांग कि। लिखित आवेदन पत्र में उन्होंने ठेकेदार द्वारा बस्ती में डाई गई पाइपलाइन जो बार बार फुट रहीं हैं। तो वहीं ठेकेदार द्वारा अब गंदी नालियों में से पुनः पाइपलाइन डालकर बरती गई लापरवाही को छुया जा रहा है। तो वहीं घरों के सामने बने नल स्टेन सहित पुरी नल-जल योजना की उच्च स्तरीय जांच की मांग कि।
विधायक ने की नाराजगी जाहिर तत्काल पीएचई जिला अधिकारी को जांच के दिए निर्देश
भैंसदेही विधानसभा के विधायक महेंद्र सिंह चौहान को धामनगांव के जनप्रतिनिधियों ने शुक्रवार को की गई नल-जल योजना की शिकायत में बरती गई लापरवाही पर नाराजगी जाहिर करते हुए तत्काल पीएचई विभाग के जिला अधिकारी को तत्काल फ़ोन लगाकर उच्च स्तरीय जांच करने के निर्देश दिए और लापरवाही बरतने वाले ठेकेदार पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
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12 तारिक को नल-जल की शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे जनप्रतिनिधि
एक वर्ष से नल-जल योजना का कार्य शुरू है और कार्य में हुई लापरवाही को लेकर ग्राम के भाजपा जनप्रतिनिधियों की नाराजगी सामने आई वहीं विधायक को शिकायत के बाद 12 तारिख को भैंसदेही आ रहे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव को पुरी नल-जल योजना में बरती गई लापरवाही को लेकर शिकायत की जाएगी। जानकारी देते हुए भाजपा नेता दिनेश चिल्हाटे एवं मण्डल अध्यक्ष दिनेश वागद्रे ने बताया कि नल-जल योजना निर्माण में की गई लापरवाही की शिकायत मुख्यमंत्री से की जाएगी क्योंकि शासन ने यह योजना ग्रामीणों को पेयजल आपूर्ति के लिए दी है। देढ़ करोड़ की यह योजना बार बार नहीं मिलेगी, 5 सौ घर की बस्ती और चार हजार की आबादी वाला गांव है। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विधायक जी को इस सम्बंध में शिकायत की जा चुकी है अब माननीय मुख्यमंत्री जी से भी की जाएगी।
ठेकेदार द्वारा पुनः डाली गई पाइपलाइन पर डस्ट का सीधा सीसी बेस डाल दिया गया
अब ठेकेदार द्वारा किए जा रहे काम का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पहली बार तीन मिटर नीचे डाली गई पाइपलाइन लिंकेज होने से वह ख़राब हो गई अब शिकायत के बाद पुनः डाली जा रही पाइपलाइन महज़ एक देढ़ फिट रोड के किनारे गंदी नालियों से डाल कर उसपर मुरम मिट्टी डालकर सीसी बेस डालना चाहिए था तो वहीं अब रेत की जगह डस्ट युक्त खराब मटेरियल का उपयोग कर पाइप लाइन पर सीधा सीसी बेस डाल दिया गया जो भविष्य में पाइप लाइन किसी काम की नहीं रहेगी,,बिना टेक्निशियन के चल रहे कार्य से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह नल-जल योजना कितने दिन चलने वाली है। और ग्रामीण इतनी बड़ी योजना का कितने दिन तक उपयोग कर पाएंगे।