अतिक्रमणकारियों ने वन भूमि में बेशकीमती सागौन साफ कर दिए फिर भी वन विभाग कुंभकरण की नींद में सोया है
खापा बर्रा जैसे कई जंगल कटने की जांच दबाने में क्षेत्रीय वन विभाग के अफसर माहिर, ऐसे अधिकांश मामलों का कुछ पता नहीं चलता
Betul News / भैंसदेही (मनीष राठौर) :- वन विभाग के दक्षिण वन मंडल के ग्राम जामु और उती क्षेत्र के खापा बर्रा नाम से वन भूमि के नाम से जाना जाता है यह मामला तब सामने आया जब ग्राम पंचायत की शिकायत ग्रामीण ने की ग्राम पंचायत की शिकायत को इनकार भी नही किया जा सकता खैर ये ग्राम पंचायत का जांच का विषय है परन्तु वन विभाग का मामला भी बहुत बड़ा है जानकारों का कहना है की दक्षिण वन मंडल के जामू और उती के खापा बर्रा में लगभग 20 से 30 एकड़ वन भूमि बताई जा रही है जहा बेशकीमती सागौन की पेड़ काटकर अतिक्रमणकारियो द्वारा उपजाऊ जमीन बनाई जा रही है l
हरियाली की सुरक्षा का दावा करने वाले वन विभाग पेड़ कटने के बाद जांच को लेकर दावे तो बड़े-बड़े करता है, लेकिन दोषियों पर कार्रवाई करने से हमेशा बचता है। यहां भी कुछ ऐसा ही मामला है जहां वन विभाग बीट गार्ड के अलावा किसी भी अधिकारी ने इस खापा बर्रा की जांच नहीं की इसीलिए अतिक्रमनकारियो के हौसले इतने बुलंद होते गए की वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से पीछे हट जाते हैं वन विभाग के डिप्टी जैसे भी अपने आप आका समझते हैं जो महीने बीतने के बाद भी जंगल में घुसते तक नहीं हैं। इस खापा बर्रा के अतिक्रमण मामले की जानकारी क्षेत्रीय वन विभाग के कर्मचारियों को थी फिर इसका ना निरीक्षण किया गया ना इन पर रोक लगाई गई इसीलिए अतिक्रमणकारियो के हौसले बुलंद होते गए ऐसे में वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालों के घेरे में है।
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पेड़ कटने की घटनाओं में वनकर्मियों की मिलीभगत से इन्कार भी नहीं किया जा सकता खैर यह जांच का विषय है जांच की गई तो सब सामने आ जाएगा वन विभाग के दक्षिण वन मंडल क्षेत्र की जामू और उती के बीच खापा बर्रा नाम की जगह है जो वन विभाग क्षेत्र के अंतर्गत आता है वन विभाग के डिप्टी से जानकारी लेनी चाहि परंतु इन्होंने फोन अटेंड नहीं किया वन विभाग का यह मामला क्षेत्र में लगातार चर्चा में है खापा बर्रा में अतिक्रमणकारियों द्वारा सागौन के पेड़ काटकर बड़ी मात्रा में लगभग 20 से 30 एकड़ वन भूमि को साफ कर दिया गया है और उसे खेत में तब्दील कर दिया गया है क्षेत्रीय वन विभाग के अधिकारी डिप्टी इसमें जानकारी देने में असमर्थ दिखाई दे रहे हैं वन विभाग के बड़े अधिकारी जैसे एसडीओ सीसीएफ इसकी जांच करें तो दूध का दूध और पानी का पानी सामने आ जाएगा इस संबंध में ग्रामीणों से जानकारी लेनी चाहि परंतु ग्राम पंचायत और ग्रामीणों के बीच कुछ विवाद के चलते कोई जानकारी देने से सामने नहीं आ रहे है इस संबंध में हमने ग्राम पंचायत के सरपंच सुभाष धुर्वे से जानकारी ली गई मामले में बताया की आपकी ग्राम पंचायत की लगातार शिकवा शिकायत सामने आ रही है तो उनका कहना है कि जो अच्छा काम करता है उसके पीछे परेशानी आती रहती है यह जो मामला है भूतपूर्व सरपंच पति के द्वारा शिकायत की जा रही है निर्माण कार्यों में लापरवाही को लेकर शिकायत की है उन्होंने कहा जांच टीम आई थी हमारे निर्माण कार्य सुचारू रूप से चल रहे हैं इस संबंध में जनपद के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा जांच करके चले गए हैं रही बात वन भूमि की खापा बर्रा में अतिक्रमण किया जा रहा है और उनका मानना है कि ग्राम पंचायत ने इसको उजागर किया है इसलिए वह लोग हमारी भी झुटी शिकायत बार बार जनसुनवाई में कर रहे हैं सरपंच ने कहा हमने तो जाकर देखा नहीं परंतु वन विभाग के वरिष्ट अधिकारी जांच करेंगे तो मामला सामने आ जाएगा l
संबंध में पूर्व में बीट गार्ड कुमरे से चर्चा भी की गई थी बीट गार्ड ने बताया कि हां कुछ अतिक्रमणकारी द्वारा पेड़ काटे हैं उनको समझाइए दे दी गई है इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारी को भी दी गई है मैं अकेला अतिक्रमण नहीं हटा सकता और हम उसे क्षेत्र को प्लांटेशन में लेंगे l