ग्रामीण महिलाओं ने माँ पूर्णा के तट से जल भरकर किया शिव परिवार का अभिषेक
BETUL NEWS/भैंसदेही (मनीष राठौर) :- श्रावण मास के पवित्र महीने में ग्राम में समृद्धि और खुशी के लिए कावड़ यात्रा निकाली गई। इस कावड़ यात्रा का आयोजन शिव शंकर संकट मोचन हनुमान मंदिर से किया गया, जिसमें ग्रामीण महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
कावड़ यात्रा का महत्व
कावड़ यात्रा का आयोजन हर साल श्रावण मास में किया जाता है, जिसमें ग्रामीण महिलाएं और बच्चे विशेष रूप से उपस्थित रहते हैं। इस यात्रा का उद्देश्य ग्राम में समृद्धि और खुशी लाना है, और भगवान शिव की पूजा करना है।
यात्रा का मार्ग
कावड़ यात्रा शिव शंकर संकट मोचन हनुमान मंदिर से प्रारंभ होती है और माँ पूर्णा के तट पर पहुंचती है, जहां महिलाएं जल भरती हैं और पुनः हनुमान मंदिर पहुंचकर शिव परिवार का अभिषेक करती हैं।
महिलाओं की भागीदारी
इस कावड़ यात्रा में महिलाओं की भागीदारी बहुत अधिक होती है, जो भगवान शिव की पूजा करने और ग्राम में समृद्धि और खुशी लाने के लिए जल भरती हैं और शिव परिवार का अभिषेक करती हैं।
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धार्मिक महत्व
कावड़ यात्रा का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है, जिसमें भगवान शिव की पूजा करने और ग्राम में समृद्धि और खुशी लाने के लिए जल भरने और शिव परिवार का अभिषेक करने का महत्व है।
ग्रामीण एकता
कावड़ यात्रा के दौरान ग्रामीण एकता का प्रदर्शन होता है, जिसमें सभी ग्रामीण मिलकर भगवान शिव की पूजा करते हैं और ग्राम में समृद्धि और खुशी लाने के लिए काम करते हैं।
कावड़ यात्रा एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, जिसमें ग्रामीण महिलाएं और बच्चे भगवान शिव की पूजा करने और ग्राम में समृद्धि और खुशी लाने के लिए जल भरते हैं और शिव परिवार का अभिषेक करते हैं। यह आयोजन ग्राम में एकता और सौहार्द का प्रतीक है।

