अधिकारियों को सौंपा ज्ञापन मानदेय शीघ्र अंतरित करने की मांग
BETUL NEWS/मुलताई। पंचायतों में पदस्थ ग्राम रोजगार सहायक विगत दो माह से अपने मानदेय से वंचित हैं। इस अवधि में रक्षाबंधन, जन्माष्टमी एवं स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय एवं धार्मिक पर्व बिना मानदेय के ही बीत गए हैं और अब गणेश चतुर्थी का पर्व भी बिना मानदेय के ही बीत चुका है। मानदेय भुगतान में लगातार हो रही देरी को लेकर रोजगार सहायकों द्वारा संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि मानदेय नहीं मिलने से ग्राम रोजगार सहायकों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। इसका सीधासा असर मनोबल और कार्य क्षमता पर भी पड़ रहा है। रोजगार सहायकों ने कहा है कि ग्राम स्तर पर योजनाओं का सुचारू संचालन रोजगार सहायकों पर ही निर्भर है, लेकिन जब समय पर परिश्रम का प्रतिफल ही प्राप्त न हो तो कार्य के प्रति उत्साह और पारदर्शिता दोनों प्रभावित होना स्वाभाविक है।
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रोजगार सहायकों ने कहा कि यह अत्यंत खेदजनक है कि विगत वर्षों से मानदेय भुगतान में निरंतर विलंब की स्थिति मध्यप्रदेश के समस्त जिलो में बनी रहती है। यदि समय पर मानदेय भुगतान नहीं किया जाता तो इससे शासन की विकास योजनाओं की गति और जनहित कार्यों की गुणवत्ता दोनों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। रोजगार सहायकों द्वारा 2 माह का लंबित मानदेय पुरानी व्यवस्था से ही तत्काल अंतरित करने की मांग की गई है।
सचिव विहीन गपंचायतों में रोजगार सहायक को ही सचिवीय अधिकार सौंपने की मांग
रोजगार सहायकों के द्वारा अधिकारियों से मांग करते हुए कहा गया है कि सचिव विहीन पंचायतों में रोजगार सहायकों को ही सचिव का प्रभार सौंपा जाए। उन्होंने कहा कि सचिव विहीन ग्राम पंचायत में पूर्ण कालिक सचिव की व्यवस्था होने तक अस्थाई रूप से सचिवीय अधिकार प्रदाय किये जाये, किसी अन्य पंचायत के सचिव को एक से अधिक ग्राम पंचायतो का सचिवीय प्रभार नही दिया जाये ।