कांग्रेस ने चिचोली में किया बड़ा प्रदर्शन, नामजद एफआईआर के लिए सौंपा ज्ञापन
सिस्टम की डीएससी से हुआ 13 करोड़ का घोटाला, फिर भी बड़े अफसर बाहर
Betul News Today/चिचोली । स्वच्छ भारत मिशन योजना को भी अफसरों ने लूट की दुकान बना दिया है। जनपद पंचायत चिचोली और भीमपुर में 13 करोड़ 21 लाख रुपए के गबन के मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव मनोज आर्य के नेतृत्व में चिचोली में जोरदार धरना प्रदर्शन किया और थाना प्रभारी चिचोली एवं तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर, नामजद एफआईआर की मांग की। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि इस घोटाले में जिन अधिकारियों के डिजिटल हस्ताक्षर (डीएससी) से भुगतान हुआ, उन्हीं को बचाया जा रहा है और छोटे कर्मचारियों पर खानापूर्ति के लिए एफआईआर दर्ज की गई है। कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट कहा कि यदि जिम्मेदार बड़े अफसरों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा।
घोटाले की रकम 13.21 करोड़ बताई जा रही है जो स्वच्छ भारत मिशन के तहत जनपद पंचायत चिचोली और भीमपुर में खर्च होनी थी। मगर भ्रष्ट अफसरों की मिलीभगत से यह पैसा हवा हो गया। इस मामले में पूर्व से ही 12 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है, लेकिन जिन अधिकारियों की डीएससी से यह भुगतान हुआ, उन्हें बचा लिया गया है।
प्रदर्शन में शामिल लोगों ने जिन अफसरों पर एफआईआर की मांग की, उनमें चिचोली के सीईओ रहे सुश्री अपूर्वा सक्सेना, अभिषेक वर्मा, के.सी. परते, ऐश्वर्य वर्मा,आर.जी. रजक, भीमपुर के सीईओ सुश्री कंचन वास्कले, जिला पंचायत सीईओ जिनके सुपरविजन में गबन हुआ, , एम.एल. त्यागी, अभिलाष मिश्रा, अक्षत जैन शामिल है।
करोड़ो की बेसकीमती जमीन घोटाला
रजिस्ट्री और रिकॉर्ड जलाने के आरोप
जनपद पंचायत चिचोली की भू-स्वामित्व वाली कीमती जमीन, खसरा नंबर 214, रकबा 0.821 हेक्टेयर, जो प.ह.नं. 11 में दर्ज है, उसे जनपद पंचायत के अस्तित्व के समय से अब तक जनपद की संपत्ति माना जाता रहा। लेकिन भाजपा नेताओं, जो नगर परिषद में पदस्थ हैं, को लाभ पहुंचाने के लिए यह जमीन बिना जनपद बॉडी के प्रस्ताव के शासन के नाम की जा रही है। आरोप है कि इस भूमि के रजिस्ट्री रिकॉर्ड और बही जला दिए गए हैं ताकि जमीन हड़पने की साजिश को अंजाम दिया जा सके।
वर्ष 2019-20 एवं 2021-22 में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जनपद पंचायत चिचोली को आंगनबाड़ी मरम्मत हेतु ₹32,90,000 की राशि दी गई थी। यह राशि महज पुताई में खर्च दिखाकर निकाल ली गई। कार्यस्थल पर किसी प्रकार की वास्तविक मरम्मत नहीं की गई।
अमृत सरोवर में 7.53 करोड़ का खेल, केवल लीपा पोती कर खा गए करोड़ों
जनपद पंचायत चिचोली द्वारा वर्ष 2021-22 एवं 2023-24 में अमृत सरोवर योजना के तहत 112 कार्य चयनित किए गए थे। इनमें तालाब, बोल्डर डेम और चेक डेम की मरम्मत की बात थी। लेकिन मौके पर महज सफेदी और नाम मात्र का कार्य हुआ। 7.53 करोड़ की राशि में से अधिकांश अफसरों और ठेकेदारों ने आपस में बांट ली। इसमें मनरेगा की राशि भी सम्मिलित थी।
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मनरेगा में भाई की कंपनी को ठेका, करोड़ों का भुगतान
जनपद पंचायत चिचोली के सीईओ रहे अभिषेक वर्मा ने अपने भाई की कंपनी BULDTRUST INFRA PRIVATE LIMITED को वेन्डर बनाकर मनरेगा में करोड़ों रुपए का भुगतान करवाया। इस फर्जीवाड़े में विभागीय एजेंसियों और आरईएस के अफसरों की मिलीभगत साफ दिखाई देती है। ताप्ती सरोवर में भ्रष्टाचार कर फर्जी परिवारजन वेन्डर बनाकर सरकारी पैसा लूटा गया।
अब तक केवल छोटे कर्मचारियों पर एफआईआर
कांग्रेस के प्रदेश सचिव मनोज आर्य ने आरोप लगाया कि धरना प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने के बावजूद प्रशासन अब तक केवल छोटे कर्मचारियों पर एफआईआर कर अपनी जिम्मेदारी से बच रहा है। जिन अफसरों की डीएससी से करोड़ों का भुगतान हुआ, जो सुपरविजन में थे, जो पूरे गबन के सूत्रधार थे, वे अब भी कुर्सियों पर विराजमान हैं। कांग्रेस ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि जिम्मेदार अधिकारियों पर शीघ्र एफआईआर नहीं हुई और लूटी गई राशि की वसूली नहीं हुई, तो चरणबद्ध जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा ज्ञापन सोपने वालों मे मध्य प्रदेश कांग्रेस सचिव मनोज आर्य तोप पटेल सेवादल ब्लॉक अध्यक्ष प्रवीण आर्य एनएसयूआई ब्लाक अध्यक्ष अमन खान आदिवासी कांग्रेस अध्यक्ष लाल बहादुर उइके नवीन आर्य सेवादल नगर अध्यक्ष सुदेश आर्य करतार सिंह मनोज यादव प्रज्वल आर्य सितु आर्य मनोज सोनी कृष्णा पटवारी राज वाडिवा बबलू यादव कैलाश पाल युवराज बंसकार आदि लोग ने ज्ञापन दिया ।