बैतूल-बांसखापा 72 किमी सड़क पर 50 से अधिक स्थानों पर गड्ढे
Betul Samachar / आमला :- लगभग 5 साल पहले 129 करोड़ से बैतूल से बांसखापा तक टू लेन सड़क बनाई थी। लेकिन इतने कम समय में ही यह सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई। सड़क पर जगह-जगह से सीमेंट उखड़ गया है। सड़क के बीच में 4 इंच चौड़ी दरार दिख रही है। सड़क तक झाड़ियां आ गई है। जिससे राहगीरों को रोजाना परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी रात्रि के समय होती है, जब सड़क के गड्ढे दिखाई नहीं पड़ते और वाहन चालक तेज गति में इन गड्ढों को क्रॉस करते है। इस कारण कई बार दोपहिया वाहन चालक गिरकर दुर्घटनाग्रस्त भी हो चुके है। अभी ठंड और फिर गर्मी का मौसम शुरू होगा, इन आठ महीनों में लोग जैसे-जैसे गड्ढों से बचकर निकल भी जाएगे, किंतू बरसात तक इस सड़क का मरम्मतीकरण नहीं हुआ तो सड़क और ज्यादा खराब हो जाएगी। इस सड़क पर दरार भी बन गई है। जिसमें दोपहिया वाहन फंस रहे है। इसी चक्कर में कई बार लोग दुर्घटना का शिकार भी चुके है। लेकिन जिम्मेदारों का ध्यान तक नहीं है।
इन स्थानों पर ज्यादा दिक्कतें
बैतूल-बांसखापा सड़क पर चंद्रभागा नदी की पुलिया पर एक दर्जन से ज्यादा गड्ढे है। 72 किमी की इस सड़क में आमला के बाद खापा जोड़ के पास झाड़ियां सड़क पर आ गई है। दैय्यत बाबा, बोरी गांव के पहले, बोरी श्मशान घाट के पास सड़क पर पुलिया के ऊपर गड्ढे, रतेड़ा के पास पुलिया पर गड्ढे, रतेड़ा के पास t पर दरार और गड्ढे, जमदेही शुगर मिल के पास पुलिया पर गड्ढे, बारंगवाड़ी जोड़ पर बड़ी दरार, नरेरा गांव के पास सड़क पर 5 जगह दारर, छिपन्या जोड़ के पास सड़क पर गड्ढे, छिपन्या जोड़ के आगे रेलिंग क्षतिग्रस्त, बासनिया गांव के पास पुलिया पर गड्ढे, बोरदेही पेट्रोल पंप के पास दरार, बोरदेही बस स्टैंड पर सड़क पर गड्ढे, इटावा से बांसखापा मार्ग पर पुलिया क्षतिग्रस्त, घाटावाड़ी से बांसखापा के बीच सड़क पर गड्ढे बने हुए है।
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सड़क तक आई झाड़ियां रिप्लेटर पट्टी भी गायब
बैतूल-बांसखापा टू लेन मार्ग पर झाड़ियां आ गई है। इनकी सफाई तक नहीं कराई गई है। ऐसे में सड़क का अनुमान लगाना चालकों के लिए मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों संतोष पवार, वामन गोस्वामी, मुन्नालाल पवार, पुनम बिंजवे ने बताया कि ऊंचे-ऊंचे पेड़-पौधों और झाड़ियों की वजह से सामने का रास्ता नजर नहीं आता है। इधर सड़क पर बनी सफेद रिप्लेटर पट्टी भी गायब हो चुकी है। इसे भी दुरूस्त नहीं कराया गया। सड़क किनारे झाडियों और पेड़-पौधों की सफाई नहीं होने से रात के समय वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मार्ग पर संकेतक होते हुए भी वाहन चालको को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस मार्ग पर विभाग द्वारा सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई है।
समय रहते अधिकारी करते रहे अनदेखी
ठेकेदार को सड़क का मेंटनेंस 5 साल करना था। जुलाई में मेंटनेंस का समय भी खत्म हो गया, लेकिन इसके पहले अधिकारियों ने सड़क की मरम्मत या गड्ढों को भरवाने के लिए ठेकेदार को निर्देशित नहीं किया। मेेंटनेंस अवधि बीत जाने के बाद अब सड़क की मरम्मत के लिए विभाग को ही पहल करनी पड़ेगी। खासबात यह है कि इस सड़क पर गड्ढे और सड़क खराब होने की शिकायतें 181 पर भी दर्ज कराई गई थी, फिर भी अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। शिकायतों को क्लोज करा दी और सड़क को मरम्मत तक नहीं करवाया। जिससे अब वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस विषय में पीडब्ल्यूडी बैतूल कार्यपालन यंत्री प्रीति पटेल से चर्चा करनी चाही लेकिन उन्होंने दो दिनों से कॉल रिसीव नहीं किया।