इंदौर के आर्किटेक की ड्राईंग डिजाईन पर चल रहा विचार विमर्श
Betul Samachar/मुलताई। पवित्र नगरी मुलताई में धीरे धीरे जीर्ण शीर्ण हो रहे मां ताप्ती के मंदिर के नव निर्माण की तैयारियां की जा रही है। मां ताप्ती ट्रस्ट के द्वारा मंदिर निर्माण की पहल की गई है जिस पर अलग अलग जगह से मंदिर की ड्राईंग डिजाईन आर्किटेक्ट के द्वारा बुलाई जा रही है जिस पर विचार विमर्श किया जा रहा है। फिलहाल इंदौर के आर्किटेक्ट द्वारा मंदिर ट्रस्ट को ड्राईंग डिजाईन बताई गई है जिससे मां ताप्ती ट्रस्ट के सदस्य सहमत नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि उक्त ड्राईंग डिजाईन के अनुसार लगभग पांच करोड़ की लागत से भव्य मंदिर निर्मित होगा जिसकी डिजाईन भी आकर्षक होगी। मां ताप्ती मंदिर ट्रस्ट के अजय यादव, चिंटू खन्ना, नवीन ओंकार, किशोरसिंह परिहार, चंदू देशमुख, सुमीत शिवहरे तथा सौरभ जोशी ने बताया कि इस संबन्ध में इंदौर के आर्किटेक्ट रोहित सिंह बिसेन से मंदिर निर्माण सहित ड्राईंग डिजाईन को लेकर विस्तृत चर्चा की गई है जिसके बाद ट्रस्ट से संबन्धित जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के अवगत कराया जाएगा। बताया जा रहा है कि मंदिर का निर्माण विशेष पत्थरों से वर्तमान मंदिर परिसर से अधिक जगह पर किया जाएगा जिसकी रूपरेखा आर्किटेक्ट द्वारा ट्रस्ट के सदस्यों को बताई गई है। बड़े परिसर में मंदिर निर्माण से भविष्य में अधिक भीड़ होने के बावजूद श्रद्धालु सुगमता से मां ताप्ती के दर्शन कर सकेंगे।
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बार बार सुधार के बावजूद क्षतिग्रस्त हो रहा मंदिर
मां ताप्ती मंदिर का अधिकांश भाग सरोवर में होने से मंदिर लगातार क्षतिग्रस्त हो रहा है। हालांकि मंदिर में कई बार सुधार एवं मरम्मत की गई इसके बावजूद मंदिर धीरे धीरे जीर्ण शीर्ण हो रहा है जिससे मंदिर का विनिर्माण आवश्यक हो गया है। पूर्व में मंदिर ट्रस्ट के द्वारा मंदिर की स्थिति के दृष्टिगत मंदिर के अंदर परिक्रमा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके लिए आधे मंदिर में बेरिकेट्स लगा दिए गए हैं जिससे फिलहाल श्रद्धालु मंदिर की परिक्रमा नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा मंदिर का पिछला भाग हमेशा पानी में डूबा रहने तथा बारिश में मंदिर के अंदर तक पानी आने से भी मंदिर क्षतिग्रस्त हो रहा है।
भविष्य में भीड़ बढ़ने के दृष्टिगत होगा निर्माण
पवित्र नगरी में भविष्य में वृहद स्तर पर निर्माण कार्य हो सकते हैं जिसमें मां ताप्ती सहित लगभग 35 मंदिर राजस्व रिकार्ड में दर्ज होने से धर्मस्य विभाग द्वारा भी विभिन्न निर्माण कार्य कराए जा सकते हैं। इधर पूर्व में मां ताप्ती लोक की भी घोषणा हो चुकी है जिसका आगे भविष्य में क्रियान्वयन भी हो सकता है इसलिए आगे पूरे देश से श्रद्धालुओं का तांता पवित्र नगरी में लग सकता है। इसके दृष्टिगत ताप्ती मंदिर परिसर भी बड़ा होना आवश्यक है वहीं मंदिर का भी भव्य स्तर पर निर्माण होना चाहिए बताया जा रहा है कि वर्तमान मॉदर 1600 वर्ग फीट में है वहीं भविष्य में नर्वानर्माण 26 वर्ग फीट में निर्माण की योजना है।