न्यायाधीश तपेश दुबे की स्मृति में वृक्षगंगा अभियान के तहत पौधारोपण कथा व्यास हेमलता शास्त्री ने किया बरगद, पीपल और तरूलक्ष्मी के पौधों का रोपण
Betul Samachar/आमला। “न्यायाधीश तपेश दुबे का योगदान न्याय जगत में सदैव अमर रहेगा” — यह बात प्रसिद्ध शिवमहापुराण कथा व्यास हेमलता शास्त्री ने बुधवार को तहसील परिसर में आयोजित वृक्षगंगा अभियान के दौरान कही।
अखिल विश्व गायत्री परिवार, श्रीकृष्ण लीला फाउंडेशन एवं शिवांश सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस अभियान में उन्होंने बरगद, पीपल और तरूलक्ष्मी के पौधों का रोपण किया। हेमलता शास्त्री ने कहा कि जिला न्यायाधीश तपेश कुमार दुबे के आकस्मिक निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है। उनकी स्मृति में किए गए ये पौधारोपण न केवल पर्यावरण की रक्षा करेंगे बल्कि न्यायाधीश दुबे की स्मृतियों को सदैव जीवंत रखेंगे। उन्होंने बताया कि बरगद, पीपल, नीम, बेल और तुलसी जैसे पौधे सनातन धर्म में पूजनीय होने के साथ-साथ औषधीय गुणों से भी भरपूर हैं। इन वृक्षों की छांव में अनेक ऋषि-मुनियों ने तप और साधना कर मोक्ष एवं ज्ञान की प्राप्ति की। कार्यक्रम में तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान, अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष हिरमन नागपुरे, किरण जैसवाल, राजेंद्र उपाध्याय एवं अरुण पंवार ने भी पौधारोपण किया।
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गायत्री परिवार के के.के. सूर्यवंशी, तारेंद्र देशमुख, अरुण बर्डे एवं निलेश मालवीय ने श्रमदान करते हुए पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। वहीं शिवशक्ति संगठन बंधा रोड से भरत सिंह रावत एवं उनके साथियों ने भी अभियान में श्रमदान किया। निलेश मालवीय ने बताया कि आमला में वृक्षगंगा अभियान के तहत पौधारोपण के बाद अब नदी शुद्धि अभियान शुरू किया जाएगा। इसके अंतर्गत बोरीबंधान तालाब की सफाई, बेल नदी का उद्गम स्थल से खेड़ली बाजार तक शुद्धिकरण तथा अन्य गांवों में भी इसी प्रकार के पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस अवसर पर बार काउंसिल के सदस्य पूजा सूर्यवंशी, रवि देशमुख, सतीश देशमुख, मोहम्मद शफी खान, रमेश नागपुरे, सुनील यादव, शिवम उपाध्याय और भरत ढोटे सहित अनेक गणमान्य नागरिक एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में भैरव भक्ति गीतों के साथ पौधारोपण सम्पन्न हुआ।

