Betul Samachar : पुल-पुलिया रैलिंग विहिन चंद्रभागा नदी के पुल पर बना रहता है हादसों का खतरा

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पुलिया पर पीडब्ल्यूडी विभाग ने नही बनाई थी रेलिंग

Betul Samachar / आमला – आमला में लगातार बारिश हो रही है। बारिश से पुल-पुलियाओं पर कई बार बाढ़ जैसे हालात बनते है। लेकिन सुरक्षात्मक इंतजाम नहीं है। ऐसे में पुल-पुलिया पार करते समय हमेशा हादसों का अंदेशा लगा रहता है। खासकर बैतूल-बांसखापा मार्ग की चंद्रभागा नदी के पुल पर रैलिंग तक नहीं है। खासबात यह है कि इस पुलिया की ऊंचाई भी कम है। थोड़ी सी बारिश होते ही पानी पुल पर आ जाता है। पुल-पुलिया पर खतरा उस समय और बढ़ जाता है जब इन पुलों और रपटो पर कम पानी होता है और लोग इन्हें पार करने की कोशिश करते है। रैलिंग न होने से बड़ा हादसा होने की संभावना बनी रहती है। गौरतलब रहे कि आपदा प्रबंधन, पुल-पुलियाओं पर रैलिंग और सुरक्षा के इंतजाम की बाते हर साल होती है, लेकिन यह सब कागजों तक सीमित रहती है। मौके पर न तो आपदा प्रबंधन के लोग मौजूद रहते है और न ही कोटवार, पुलिस कर्मी या प्रशासन द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से मार्ग अवरूद्ध किया जाता है। यहीं वजह है कि हर साल बाढ़ में बहने जैसी घटनाएं सामने आती है और लोग अपनी जान गवा देते है।

इसी पुल से जिम्मेदार भी गुजरते है रोजाना …

बांसखापा मार्ग चंद्रभागा नदी के पुल से दर्जनों गांवों के लोगों का आवागमन है। जिसकी वजह से इस पुल पर यातायात का भारी दबाव बना रहता है। पुल से गुजरते समय छोटे-बड़े वाहन चालकों में हमेशा भय की स्थिति बनी रहती है। वर्षों से रेलिंग विहीन इसी पुल से ही जिम्मेदार आला अधिकारियों व जनप्रनिधियों भी गुजरते हैं, लेकिन अभी तक पुल के दोनों किनारों पर रेलिंग नहीं लगाई जा सकी है। सब कुछ जानते हुए भी जिम्मेदार लोग आवागमन की इस ज्वलंत समस्या को वर्षों से नजरअंदाज करते रहे हैं। जागरूक नागरिकों का कहना है कि पुल-पुलिया के दोनों ओर रेलिंग लगी होनी चाहिए, ताकि ऐसे हादसे न हो।

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कई पुलों की हालत खराब …

आमला ब्लाक के ग्रामीण क्षेत्रों की पुल-पुलियाओं की हालत जर्जर और खस्ताहाल हो गई है। ऊंचाई कम और रेलिंग का अभाव है। जिससे अक्सर इन मार्गो पर जानलेवा दुर्घटनाएं होती है। इन पुलों पर पानी होने के बावजूद भी लोग इन्हें पार करते है और पानी के बहाव में बहकर अपनी जान गवां देते है। हर साल इन मार्गो पर कोई न कोई जानलेवा हादसे होते है। लेकिन पुलिया पर सुरक्षा की दृष्टि से अब तक रैलिंग नहीं लगाई गई है। जबकि निगरानी के लिए कई पुल-पुलियाओं पर तैनाती भी नहीं रहती है। नागरिकों का कहना है कि निर्देशों के बाद भी लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदारों पर कार्रवाही की जानी चाहिए।

इनका कहना है
पुल-पुलिया में रेलिंग लगाने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग को निर्देशित किया जाएगा जल्द ही पुल-पुलिया पर सुरक्षा के इंतजाम भी किए जाएंगे।
शैलेंद्र बडोनिया एसडीएम आमला

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