आज पहुंचेगी ज्योतिर्लिंग यात्रा
Betul Samachar News/मुलताई। सोमनाथ ज्योतिर्लिंग यात्रा 23 दिसंबर को मां ताप्ती की नगरी मुलताई पहुंचेगी। यात्रा में भगवान शिव के दुर्लभ और प्राचीन ज्योतिर्लिंग के दर्शन कराए जाएगे। ताप्ती सरोवर के किनारे प्राचीन शिवलिंग का अभिषेक भी होगा। जिसकों लेकर ज्ञानेश्वर शिव मंदिर की टीम तैयारी में जुट गई है। शनिवार रात को ज्ञानेश्वर शिव मंदिर के शिवा खंडेलवाल सहित अन्य सदस्यों ने शिवलिंग के अभिषेक और दर्शन के लिए स्थान चिन्हित किया। सरोवर के किनारे जगदीश मंदिर के सामने शिवलिंग का अभिषेक होगा। इसके बाद श्रद्धालु दर्शन करेगे। शिवा खंडेलवाल ने बताया एक हजार वर्ष बाद दैवीय ऊर्जा से युक्त सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के साक्षात दर्शन का दुर्लभ संयोग हो रहा है। यह वहीं शिवलिंग है जिसे 1026 में महमूद गजनवी के आक्रमण में खंडित किया गया था। उस समय मंदिर मे पूजा कर रहे दक्षिण भारतीय अग्निहोत्री ब्राह्मण परिवार ने शिवलिंग के कुछ पवित्र अवशेष बचा लिए थे। यह अवशेष पीढ़ियों से गुप्त रूप से पूजित होते रहे हैं। करीब सौ साल पहले यह रहस्य शंकराचार्य जी के सामने उजागर किया गया। उन्होंने निर्देश दिया उचित समय आने पर यह अवशेष संत शंकर को सौंपे। इस साल की शुरूआत में पूजारी कुल के प्रतिनिधियों ने ये अवशेष गुरूदेव श्री श्री रविशंकर को सौंपे। ताप्ती तट पर 23 दिसंबर को सुबह 9.30 बजे शिवलिंग का रूद्राभिषेक और सत्संग होगा। श्रद्धालु इस दुर्लभ शिवलिंग के दर्शन भी कर सकेंगे।

