BSNL 5G in india :- हाल ही में निजी टेलीकॉम कंपनियों द्वारा टैरिफ में की गई बढ़ोतरी के बाद कई उपभोक्ता सरकारी कंपनी की ओर रुख कर रहे हैं। ट्राई द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक पिछले दो महीनों में बीएसएनएल के यूजर्स में जबरदस्त इजाफा हुआ है, जिसकी वजह कहीं न कहीं सस्ते टैरिफ प्लान और खास सेवाएं हैं।
दो महीने में बनाया नया रिकॉर्ड
जुलाई में, BSNL ने लगभग 30 लाख नए ग्राहक जोड़े हैं, जबकि रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया सहित अन्य सभी कंपनियों ने यूजर्स खो दिए हैं। एयरटेल ने 17 लाख, वोडा आइडिया ने 14 लाख और जियो ने लगभग 8 लाख यूजर्स गंवाए हैं।
जबकि अगस्त में भी BSNL एकमात्र कंपनी थी जिसके ग्राहक बढ़े, जबकि अन्य सभी के ग्राहकों में कमी देखी गई। बीएसएनएल ने इस महीने 25 लाख नए ग्राहक जोड़े, जबकि जियो ने 40 लाख, एयरटेल ने 24 लाख और वोडा आइडिया ने 19 लाख ग्राहक गंवाए हैं।
किसकी कितनी बाजार हिस्सेदारी?
हालांकि, कुल मिलाकर, बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी अभी भी अपने बड़े प्राइवेट कॉम्पिटिटर्स की तुलना में काफी कम है। अगस्त के अंत में जियो 40.5% हिस्सेदारी के साथ बाजार में सबसे आगे है, जबकि एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 33% और वोडा आइडिया की 18% है। ट्राई के अनुसार, बीएसएनएल की हिस्सेदारी 7.8% है और अगर एमटीएनएल की 0.2% हिस्सेदारी जोड़ें तो यह 8% हो जाती है।जबकि अगस्त में भी बीएसएनएल एकमात्र कंपनी थी जिसके ग्राहक बढ़े, जबकि अन्य सभी के ग्राहकों में कमी देखी गई। बीएसएनएल ने इस महीने 25 लाख नए ग्राहक जोड़े, जबकि जियो ने 40 लाख, एयरटेल ने 24 लाख और वोडा आइडिया ने 19 लाख ग्राहक गंवाए हैं।
सबसे कम चार्ज कर रहा है BSNL
BSNL अब प्रॉफिट में दिखाई दे रही है, क्योंकि इसके टैरिफ सबसे कम हैं, जो इसके Average Revenue Per User (एआरपीयू) स्कोर में दिखाई देता है। एयरटेल का ARPU 211 रुपये, जियो का 195 रुपये और वोडा आइडिया का 146 रुपये है, जबकि बीएसएनएल का ARPU 100 रुपये से भी कम है। इसका मतलब है कि PSU टेलीकॉम अपने यूजर्स से सबसे कम चार्ज कर रहा है।
BSNL ने क्यों महंगे नहीं किए टैरिफ प्लान्स?
कम टैरिफ के पीछे एक कारण यह है कि कंपनी ने अभी तक ऑफिशियल तोर से हाई-स्पीड 4G लॉन्च नहीं किया है, जबकि जियो और एयरटेल जैसे प्राइवेट ऑपरेटर्स ने अपने अधिकांश ग्राहकों को 5जी में ट्रांसफर कर दिया है। वोडा आइडिया एकमात्र प्राइवेट कंपनी है जो अभी भी 4जी पर काम कर रही है, हालांकि हाल ही में फंड जुटाने के बाद यह भी 5G पर जाने की तैयारी में है।