Budget 2025 : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2025-26 का बजट पेश कर दिया है. इकोनॉमी बढ़ाने के लिए सरकार ने कई ऐलान किए हैं. मिडिल क्लास को फायदा दिया है. वहीं कई सेक्टर्स को हजारों और लाखों करोड़ रुपए का बजट आवंटन किया है. ताकि देश की GDP का साइज 5 ट्रिलियन डॉलर किया जा सके. 5 ट्रिलियन डॉलर के लिए इस बार सरकार ने अपने बजट के साइज में पिछले बार के मुकाबले 8 फीसदी से ज्यादा का इजाफा किया है.
देश का एक दिन का बजट करीब 14 हजार करोड़ रुपए है. जिसे खर्च कर सरकार देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का प्लान बना रही है.
सरकार का बजट कितना है?
देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट ऐलान में कई सेक्टर्स काफी कुछ दिया है. लेकिन देश का कुल बजट 50,65,345 करोड़ रुपए है. ऐसा पहली बार है जब देश का बजट 50 ट्रिलियन रुपए को पार किया है. वहीं 40 से 50 लाख करोड़ रुपए के बजट तक पहुंचने के लिए बजटों का इंतजार करना पड़ा. वित्त वर्ष 2023 के लिए देश का बजट 39.33 लाख करोड़ रुपए था. वित्त वर्ष 2024 में देश का बजट 44.43 लाख करोड़ रुपए था. वित्त वर्ष 2025 में देश का बजट 47.16 लाख करोड़ रुपए देखने को मिला था. इसका मतलब है कि इन सालों में देश के बजट में 28.40 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है.
एक दिन का बजट कितना है?
वित्त वर्ष 2026 का एक दिन का बजट कितना है. आइए इसे कैलकुलेशन से समझने की कोशिश करते हैं. देश का कुल बजट 50,65,345 करोड़ रुपए है. अगर इसे 365 से भाग दे दिया जाए तो करीब 14 हजार करोड़ रुपए बैठ रहा है. इसका मतलब है कि देश का एक दिन का बजट 14 हजार करोड़ रुपए होगा. अगर वित्त वर्ष 2025 की बात करें तो एक दिन का बजट करीब 13 हजार करोड़ रुपए था. जबकि वित्त वर्ष 2024 में सरकार की ओर से हर रोज 12 हजार करोड़ रुपए खर्च किए थे. वित्त वर्ष 2023 में करीब 11 हजार करोड़ रुपए खर्च किए थे. इसका मतलब है कि हर साल एक दिन बजट करीब 1000 करोड़ रुपए बढ़ रहा है.
आम लोगों का बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को अब्राहम लिंकन को उद्धृत करते हुए आम बजट 2025-26 को लोगों द्वारा, लोगों के लिए, लोगों का बताया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करों में कटौती के विचार के पूरी तरह समर्थन में थे, लेकिन नौकरशाहों को समझाने में समय लगा. सीतारमण ने कहा कि हमने मध्यम वर्ग की आवाज सुनी है, जो ईमानदार टैक्सपेयर्स होने के बावजूद अपनी आकांक्षाओं की पूर्ति न होने की शिकायत कर रहे थे. साथ ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय रुपए की एक्सचेंज रेट में गिरावट को लेकर जारी आलोचना को खारिज करते हुए रविवार को कहा कि यह केवल मजबूत हो रहे डॉलर के मुकाबले कमजोर हुआ है, जबकि मजबूत आर्थिक बुनियाद के कारण अन्य सभी मुद्राओं के मुकाबले स्थिर बना हुआ है.