भारत और चीन ने कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर शुरू करने का फैसला किया है। विदेश सचिवों की बैठक में सोमवार को यह बड़ा निर्णय लिया गया है। साथ ही दिल्ली और बीजिंग के बीच डायरेक्ट फ्लाइट शुरू करने पर भी सहमति बन गई है।COVID-19 महामारी की शुरुआत में यात्री उड़ानें शुरू में रोक दी गई थीं और बीजिंग और नई दिल्ली के बीच बिगड़ते संबंधों के कारण फिर से शुरू नहीं हुईं। बता दें कि जून 2020 में डोकलाम विवाद के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते खराब हो गए थे।जिसकी वजह से कैलाश मानसरोवर यात्रा और फ्लाइट सर्विस को बंद कर दिया गया था।
कोविड 19 की वजह से बंद थी फ्लाइट
दोनों देशों के बीच सीमा विवाद, कोविड की लहर बंद होने की वजह थी। बीजिंग में विदेश सचिव विक्रम मिसरी, चीनी विदेश मंत्री के बीच बैठक हुई।डायरेक्ट फ्लाइट के लिए दोनों देशों की टेक्निकल टीम जल्द वार्ता करेगी. सहयोग, समझ के लिए मीडिया और थिंक टैंक के बीच बातचीत बढ़ाई जाएगी।75वीं वर्षगांठ संयुक्त रूप से मनाने के लिए साथ मिलकर काम किया जाएगा।
मीडिया और थिंक-टैंक इंटरैक्शन बढ़ाने पर जोर दिया
चीन के दौरे पर गए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने वहां के अधिकारियों के साथ कई मुद्दों पर बात की। विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों देशों ने 2025 की गर्मियों में कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है इसके तौर तरीकों पर आगे चर्चा की जाएगी। इसके अलावा दोनों देशों के एक्सपर्ट कमेटी की बैठक होगी, जिसमें सीमा पार नदियों से संबंधित डेटा शेयर किया जाएगा। वर्षों से चीन यह डाटा भारत को नहीं दे रहा था। मीडिया और थिंक-टैंक इंटरैक्शन बढ़ाने पर जोर दिया गया।
इसी साल गर्मियों में शुरू होगी यात्रा
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘इस संदर्भ में दोनों पक्षों ने 2025 की गर्मियों में कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू करने का फैसला किया।’ विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने सीमापार नदियों से संबंधित जल विज्ञान संबंधी आंकड़ों और अन्य सहयोग का प्रावधान दोबारा शुरू करने को लेकर चर्चा करने के लिए भारत-चीन विशेषज्ञ स्तरीय तंत्र की शीघ्र बैठक बुलाने पर भी सहमति व्यक्त की।