Guillain-Barre Syndrome: पुणे में गिलियन-बैरे सिंड्रोम से एक व्यक्ति की मौत,100 से ज्यादा लोग संक्रमित

By betultalk.com

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Guillain-Barre Syndrome :- देश में इन दिनों कई तरह की गंभीर और संक्रामक बीमारियां फैली हुई हैं। पहले एचएमपीवी और फिर एच 5एन1 (बर्ड फ्लू) के संक्रमण ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ाई और अब महाराष्ट्र के कई शहरों में गुलियन बैरे सिंड्रोम जीबीएस) के मामले काफी ज्यादा बढ़ गए हैं। राज्य के पुणे शहर में 100 से ज्यादा मरीज इसकी चपेट में आ चुके हैं। जिनमें एक मरीज की मौत हो चुकी है और 17 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। केंद्र सरकार ने जांच के लिए एक टीम को पुणे भेज दिया है। राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि पुणे नगर निगम के कमला नेहरू अस्पताल में GBS के मरीजों का फ्री में इलाज होगा।

इन उम्र के लोगो को हो रही बीमारी

राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू से किए गए विश्लेषण से पता चलता है कि 101 मरीजों में से 19 मरीज 9 वर्ष से कम उम्र के हैं, 15 मरीज 10- 19 आयु वर्ग के हैं, 20 मरीज 20-29 आयु वर्ग के हैं, 13 मरीज 30-39 आयु वर्ग के हैं, 12 मरीज 40-49 आयु वर्ग के हैं, 13 मरीज 50-59 आयु वर्ग के हैं, 8 मरीज 60-69 आयु वर्ग के हैं, और एक 70-80 आयु वर्ग का है।इनमें से 81 मरीज पुणे नगर निगम के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों से, 14 पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों से और शेष 6 अन्य जिलों से हैं।

किन लोगों में अधिक खतरा

गुइलेन-बैरे सिंड्रोम का अधिक खतरा बुजुर्गों, बच्चों और शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्तिों में अधिक है। इसके अलावा हाई रिस्क बीमारी वाले मरीजों के लिए भी यह बीमारी खतरनाक साबित हो सकती है। जीबीएस से जुड़ी मौतों का खतरा पुरुषों में महिलाओं की तुलना में ज्यादा होता है।

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क्या हैं इस बीमारी के लक्षण

गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) एक दुर्लभ ऑटोइम्यून बीमारी है। अगर हम इसके लक्षण की बात करे तो यह आमतौर पर किसी संक्रमण के बाद होने वाली बीमारी है। यह कैम्पिलोबैक्टर के कारण होने वाले गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण के बाद होता है। इसमें तीव्र श्वसन संकट सिंड्रोम, सेप्सिस, निमोनिया, समेत कई अन्य तरह की समस्या हो सकती है।इसमें मरीज के शरीर के हिस्से अचानक से सुन्न होने लगते हैं और हाथ पैरों में बहुत ज्यादा कमजोरी जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। इस दुर्लभ बीमारी में पैर में लकवा होने का असर सांस वाली नसों को भी प्रभावित कर सकता है।

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