Kisan Yojna 2024: मध्य प्रदेश सरकार किसानों के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है। लेकिन आज हम एक ऐसी योजना की बात करेंगे जिसमें किसानों को कई लाभ होने वाले हैं। यहां किसानों को वित्तीय सहायता भी दी जाएगी। साथ ही खेती करने और अनाज बेचने के भी इंतजाम किए जाएंगे। दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार जैविक खेती करने के लिए किसानों को 3 साल के लिए ₹5000 की वित्तीय सहायता देगी। यहां किसानों को प्रति हेक्टेयर ₹5000 दिए जाएंगे और 2 हेक्टेयर वाले किसान इस योजना का लाभ उठा सकेंगे।
जैविक खेती करने से किसानों को कई लाभ होते हैं। जैविक खेती करने से खेत उपजाऊ होगा और किसान लंबे समय तक खेती कर सकेंगे और अधिक उत्पादन भी प्राप्त कर सकेंगे और इससे निकला हुआ उत्पाद स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होगा। क्योंकि रासायनिक खादों के इस्तेमाल से खेत की मिट्टी खराब हो रही है और यह उत्पाद भी स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है।
इसीलिए सरकार जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है। ताकि किसान रासायनिक खादों और कीटनाशकों का इस्तेमाल करने की बजाय प्राकृतिक साधनों का इस्तेमाल करें। जिसके लिए सरकार ने पूरे इंतजाम कर दिए हैं, तो आइए जानते हैं कि सरकार जैविक खेती के लिए क्या करेगी।
जैविक खेती के लिए भी मिलेगा पैसा और प्रशिक्षण अगर किसान जैविक खेती करते हैं तो सरकार उनका पूरा साथ दे रही है। उन्हें आर्थिक रूप से मदद करने के लिए प्रति हेक्टेयर ₹5000 दे रही है और यहां किसानों के लिए जैविक खेती सीखने के लिए ‘जैविक कृषि विकास योजना’ के तहत 500 समूह बनाए जाएंगे। जिसमें इन समूहों के किसान जैविक खेती के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे और इसे कैसे करना है, यह भी सिखाया जाएगा। इसके अलावा सरकार किसान के उत्पाद के ब्रांडिंग और मार्केटिंग का भी इंतजाम करेगी। यानी किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है कि वे अपना जैविक उत्पाद कहां बेचेंगे।
यहां करें रजिस्ट्रेशन इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान अपने जिले के कृषि विभाग में रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। अगर आप इस योजना के तहत पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप कृषि विभाग के विस्तार अधिकारी से भी संपर्क कर सकते हैं। इस योजना का लाभ केवल राज्य के किसानों को ही मिलेगा। जिसके तहत उनके उत्पाद का प्रमाणपत्र के साथ-साथ प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। जिससे किसान को अपने उत्पाद का अच्छा दाम मिलेगा। आपको बता दें कि 20 हेक्टेयर क्षेत्र के किसानों के समूह बनाए जाएंगे और 10 से 25 किसानों का एक क्लस्टर होगा।
जिसका अधिकतम क्षेत्र 500 हेक्टेयर तक बनाया जा सकता है। लेकिन किसानों के लिए यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि आपको केवल दो हेक्टेयर भूमि के लिए ही लाभ मिलेगा। इस तरह अगर किसान अपनी मिट्टी उपजाऊ बनाना चाहते हैं और जानना चाहते हैं कि जैविक खेती में उन्हें लाभ होता है या नहीं तो वे 1 से 2 हेक्टेयर भूमि में जैविक खेती कर सकते हैं। इसमें उन्हें सरकार से लाभ मिलेगा और उन्हें किसी तरह का नुकसान भी नहीं उठाना पड़ेगा।