केंद्र सरकार ने विपणन सीजन 2024-25 के लिए प्रमुख खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है। इस बढ़ोतरी से मध्य प्रदेश के किसानों को मूंग और सोयाबीन उत्पादन के लिए अधिक लाभकारी मूल्य मिलने की उम्मीद है, जिससे उनका मुनाफा बढ़ेगा।
मूंग और सोयाबीन के MSP में वृद्धि
मूंग का MSP वर्ष 2023-24 में 8558 रुपये प्रति क्विंटल था, जिसे वर्ष 2024-25 के लिए बढ़ाकर 8682 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। यह वृद्धि 124 रुपये प्रति क्विंटल है, हालांकि यह वृद्धि केवल 1 प्रतिशत है।
लेकिन सभी खरीफ फसलों में मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य सबसे अधिक है।
सोयाबीन का MSP वर्ष 2023-24 में 4600 रुपये प्रति क्विंटल था, जिसे वर्ष 2024-25 के लिए बढ़ाकर 4892 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। यह वृद्धि 292 रुपये प्रति क्विंटल है। जो पिछले साल की तुलना में 6 प्रतिशत अधिक है।
फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (रुपये प्रति क्विंटल):
फसल 2023-24 2024-25 वृद्धि मूंग 8558 8682 124 सोयाबीन (पीला) 4600 4892 292
मध्य प्रदेश के किसानों पर प्रभाव
मध्य प्रदेश देश में कृषि उत्पादन में अग्रणी राज्यों में से एक है, जहां मूंग और सोयाबीन की बड़े पैमाने पर खेती होती है। मूंग एक महत्वपूर्ण दलहनी फसल है, जिसकी खेती खरीफ और रबी दोनों मौसम में की जाती है। इस फसल की छोटी अवधि होने के कारण किसानों को जल्दी आर्थिक लाभ मिलता है। वहीं सोयाबीन एक तिलहनी फसल है जो मध्य प्रदेश के कृषि क्षेत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसमें उच्च तेल और प्रोटीन की मात्रा होने के कारण इसका व्यावसायिक महत्व भी अधिक है।
मध्य प्रदेश में वर्ष 2023 में मूंग की कुल अनुमानित बुवाई 13.50 लाख हेक्टेयर और कुल अनुमानित उत्पादन 18 लाख मीट्रिक टन रहा।
मध्य प्रदेश में वर्ष 2023 में सोयाबीन की कुल अनुमानित बुवाई 60.79 लाख हेक्टेयर और कुल अनुमानित उत्पादन 66.75 लाख मीट्रिक टन रहा।
[Keyword: MSP, मूंग, सोयाबीन, किसान, कृषि]