MAHAKUMBH 2025 : वसंत पंचमी पर महाकुंभ का तीसरा और अंतिम अमृत स्नान जारी है। हाथों में तलवार-गदा, डमरू और शंख। शरीर पर भभूत। आंखों पर काला चश्मा। घोड़े और रथ की सवारी। हर-हर महादेव का जयघोष करते हुए साधु-संत स्नान के लिए संगम पहुंच रहे हैं।
सबसे पहले पंचायती निरंजनी अखाड़े के संत संगम पहुंचे। फिर सबसे बड़े जूना अखाड़े के साथ किन्नर अखाड़े ने अमृत स्नान किया। अब तक 13 में से 10 अखाड़े स्नान कर चुके हैं।
संतों का आशीर्वाद लेने के लिए लाखों श्रद्धालु संगम पर हैं। (MAHAKUMBH 2025) लोग नागा साधुओं की चरण रज माथे पर लगा रहे हैं। 30 से ज्यादा देशों के लोग भी अमृत स्नान देखने के लिए संगम पहुंचे हैं। हेलिकॉप्टर से संगम पर 20 क्विंटल फूल बरसाए गए।
संगम जाने वाले सभी रास्तों पर 10 किमी तक श्रद्धालुओं का रेला है। प्रयागराज जंक्शन से 8 से 10 किमी पैदल चलकर लोग संगम पहुंच रहे हैं। भीड़ को देखते हुए लेटे हनुमान मंदिर को बंद कर दिया गया है। मेला क्षेत्र के सभी रास्ते वन-वे हैं।
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महाकुंभ का आज 22वां दिन है। दोपहर 12 बजे तक 1.63 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया। 13 जनवरी से अब तक 34.97 करोड़ से ज्यादा लोग डुबकी लगा चुके हैं।
जानिए बसंत पंचमी के बाद अब किस-किस दिन होगा महाकुंभ का स्नान
बसंती पंचमी पर महाकुंभ का तीसरा और अंतिम अमृत स्नान चल रहा है. पहला अमृत स्नान 14 जनवरी को हुआ था. जबकि दूसरा अमृत स्नान 29 जनवरी को था. इसी कड़ी में आज तीसरा अमृत स्नान चल रहा है. महाकुंभ का चौथा स्नान 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा के दिन होगा. इसके बाद 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर महाकुंभ का अंतिम स्नान होगा. इसी के साथ महाकुंभ का समापन हो जाएगा.