जय सियाराम रामायण मंडल का 36 वे वर्ष में ऐतिहासिक प्रवेश
Navratri 2025 (विपुल राठौर) :- इन दिनों नवरात्रि उत्सव धूम धाम से चल रहा है, वही झल्लार में बैतूल–परतवाडा के मुख्य मार्ग राठौर मोहल्ले में स्थित ” जय सियाराम रामायण मंडल ” दुर्गा उत्सव समिति झल्लार में स्थापित मां जगदम्बे की मूर्ति 5 फिट एकरंगी (मोनोक्रोम) के रूप में स्थापित है, जो कि आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, झल्लार में केवल यह एक ही मूर्ति एकरंगी रूप में विराजित है, इसलिए यह मनमोहक प्रतिमा बन चुकी है। नवरात्र का शुभारंभ होने एक एक दिन पूर्व समिति ने मुल्ताई से यह मूर्ति लाई, तथा विधि विधान से पंडाल में स्थापित की। समिति के इतिहास की बात करे तो लगभग 40 वर्ष पूर्व स्व. रामप्रसाद आर्य द्वारा हफ्ते के प्रत्येक मंगलवार यहां रामायण पाठ शुरू किया, जिसने मोहल्ले एवं गांव के लोगो द्वारा रामायण की जाती थी इसलिए इसे जय सियाराम रामायण मंडल कहा जाता है। लगभग 36 वर्ष पूर्व से यहां रामायण के साथ मूर्ति स्थापना का सिलसिला जारी हुआ। लगातार 36 वर्षों से यहां देवीजी की मूर्ति स्थापित की जा रही है। प्रतिदिन सुबह– शाम पूजन आरती , भजन एवं प्रसादी वितरण किए जाते है। साथ ही अष्टमी को हवन किया जाएगा तथा महानवमी को कन्या भोज के साथ भंडारे प्रसादी का भी आयोजन किया जाएगा। वही दशहरा के पावन पर्व पर डीजे के साथ मां भगवती की मूर्ति विसर्जन किया जाएगा। यह कार्यक्रम का आयोजन सार्वजनिक रूप से मोहल्ले के निवासियों द्वारा किया जा रहा है।