Pitru Paksha 2025 :- सनातन धर्म में पितृ पक्ष यानी श्राद्ध पक्ष का विशेष महत्व माना गया है। इस 16 दिनों की अवधि में लोग अपने पितरों को याद करते हैं और उनके नाम से भोजन निकालते हैं। साथ ही पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। पितृ पक्ष की शुरुआत भाद्रपद पूर्णिमा से होती है तो इसका समापन आश्विन अमावस्या के दिन होता है। इस साल पितृ पक्ष 7 सितंबर 2025 से शुरू हुआ था l
पितृ पक्ष कब खत्म होगा 2025
इस साल पितृ पक्ष की समाप्ति 21 सितंबर 2025, रविवार को होगी। इस दिन महालया अमावस्या है जो पितृ पक्ष का आखिरी दिन होता है।
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महालया अमावस्या 2025 तिथि व मुहूर्त
- महालया अमावस्या – 21 सितंबर 2025, रविवार
- कुतुप मूहूर्त – 11:50 ए एम से 12:38 पी एम
- रौहिण मूहूर्त – 12:38 पी एम से 01:27 पी एम
- अपराह्न काल – 01:27 पी एम से 03:53 पी एम
- अमावस्या तिथि प्रारम्भ – सितम्बर 21, 2025 को 12:16 ए एम बजे
- अमावस्या तिथि समाप्त – सितम्बर 22, 2025 को 01:23 ए एम बजे
महालया अमावस्या का महत्व
महालया अमावस्या का विशेष महत्व माना जाता है। कहते हैं इस दिन श्राद्ध करने से पितृ प्रसन्न होते है और अपना आशीर्वाद प्रदान करते है। महालय अमावस्या पितरों की तृप्ति के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण तिथि है। इसे सर्वपित्र अमावस्या और देवपितृकार्य अमावस्या भी कहा जाता है।

