PM Ujjwala Yojana 2025:- मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) में एक बड़े घोटाले ने खूब हंगामा मचाया है। करीब 2 लाख महिलाओं ने गैस कनेक्शन से अपने पति या पुरुष सदस्य का नाम हटवाकर अपने नाम पर कनेक्शन लगवा लिया है। इससे उन्हें सरकार से मिलने वाली छूट में भारी नुकसान हो रहा है। अब इस मामले में विस्तृत बातचीत का दौर शुरू हो रहा है।
उज्ज्वला योजना में क्यों हुआ ये फर्जीवाड़ा
उज्ज्वला योजना गरीब महिलाओं को सस्ती दरों पर रसोई गैस उपलब्ध कराने के लिए लाई गई थी। लेकिन लाड़ली बहना योजना के तहत कई महिलाओं ने इसका गलत फायदा उठाते हुए अपने पति या पुरुष सदस्य का नाम हटवा कर खुद के नाम पर गैस कनेक्शन कराया। इससे उन्हें 450 रुपए में सिलेंडर मिलने लगा, जिससे सरकार को हर महीने 46 से 50 करोड़ रुपए की सब्सिडी का नुकसान हो रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल करीब 2 लाख महिलाओं ने ऐसा किया। खाद्य विभाग ने तुरंत तेल कंपनियों को निर्देश दिए कि इस तरह के ट्रांसफर आवेदनों पर विचार न किया जाए।
ऑडिट से खुलेगी असली तस्वीर
सरकार ने उज्ज्वला योजना की गड़बड़ी की जांच के लिए स्वतंत्र एजेंसी से ऑडिट कराने का फैसला लिया है। ऑडिट में ये देखा जाएगा कि कनेक्शन किसके नाम पर है, कब से है, महिलाओं की सेहत और शिक्षा में क्या बदलाव आया, गैस रिफिलिंग में दिक्कतें आईं या नहीं, और परिवार को असल में क्या लाभ हुआ। जांच के बाद यह भी साफ होगा कि सब्सिडी का पैसा सही लाभार्थियों तक पहुंच रहा है या नहीं। इसके अलावा, खाद्य विभाग ने सख्त चेतावनी दी है कि जो महिलाएं गलत तरीके से लाभ ले रही हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और जरूरत पड़ने पर आईएफएससी कोड में बदलाव भी किया जाएगा। Read Also:- एमपी में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 50 टूरिज्म स्पॉट पर लगेंगे Charging Stations
तेल कंपनियों को भेजे गए सख्त निर्देश
खाद्य विभाग ने इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम को पत्र भेजकर कहा है कि लाड़ली बहना योजना की महिलाएं पति का नाम हटवाकर गैस कनेक्शन अपने नाम पर ट्रांसफर करवा रही हैं। विभाग ने कहा कि जब तक ऑडिट की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती, तब तक इस तरह के किसी भी आवेदन पर विचार न किया जाए। फिलहाल प्रदेश में 24 से 25 लाख महिलाएं उज्ज्वला योजना का लाभ ले रही हैं। इन महिलाओं को 450 रुपए में सिलेंडर मिलता है, जो बाजार कीमत से काफी सस्ता है।