Vastu Tips:- घर हो या ऑफिस उसके निर्माण में वास्तु शास्त्र का अत्यधिक महत्व होता है। इसीलिए नींव पूजन के दौरान कलश में दूध, घी और दही चढ़ाकर शेषनाग का आह्वान किया जाता है ताकि वे घर की रक्षा करें। इससे वास्तु दोषों से भी मुक्ति मिलती है। घर की नींव में चांदी के नाग और कलश रखे जाते हैं।
इन चीजों को रखना है शुभ- Vastu Tips
- अनंत शेषनाग की तस्वीर: कुछ परंपराओं में अनंत शेषनाग की छोटी तस्वीर भी नींव में रखी जाती है, जो पृथ्वी को धारण करने वाले माने जाते हैं और स्थिरता का प्रतीक हैं.
- चांदी का नाग-नागिन का जोड़ा: वास्तु शास्त्र में नाग-नागिन को भूमि और पाताल लोक का रक्षक माना जाता है. चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा रखने से घर की नींव सुरक्षित रहती है और बुरी शक्तियों का प्रभाव कम होता है. यह प्रजनन क्षमता और समृद्धि का भी प्रतीक है.
- तांबे का कलश: तांबे के कलश में पानी भरकर और उसमें कुछ सिक्के डालकर नींव में रखना शुभ माना जाता है. तांबा शुद्ध धातु है और कलश ब्रह्मांडीय ऊर्जा का प्रतीक है. यह घर में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि लाता है.
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- पांच रत्न (पंच रत्न): सोना, चांदी, हीरा, पन्ना और नीलम जैसे पांच रत्नों को एक छोटे से कपड़े में बांधकर नींव में रखना शुभ माना जाता है. ये रत्न विभिन्न ग्रहों का प्रतिनिधित्व करते हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा, सौभाग्य और समृद्धि लाते हैं.
- पीतल का कछुआ: कछुआ स्थिरता, दीर्घायु और विकास का प्रतीक है. पीतल का कछुआ नींव में रखने से घर की नींव मजबूत होती है और परिवार के सदस्यों का जीवन स्थिर और लंबा होता है.
- हल्दी और अक्षत (साबुत चावल): हल्दी को शुभ और पवित्र माना जाता है, जबकि अक्षत पूर्णता और समृद्धि का प्रतीक है. इन दोनों को नींव में डालने से घर में सकारात्मकता और संपन्नता आती है.
- ईंट या पत्थर पर ‘ॐ’ या अन्य शुभ चिह्न: नींव के पहले पत्थर या ईंट पर ‘ॐ’ या अन्य कोई शुभ चिह्न (जैसे स्वास्तिक) बनाना और उसे स्थापित करना शुभ माना जाता है. यह ईश्वर का आशीर्वाद और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है.
- मिट्टी के नौ ग्रह: नौ ग्रहों का प्रतिनिधित्व करने वाली छोटी मिट्टी की मूर्तियाँ या सुपारी पर नौ ग्रहों के नाम लिखकर नींव में रखना वास्तु दोषों को दूर करने और ग्रहों के अनुकूल प्रभाव को बढ़ाने में सहायक होता है.