प्रतिबंध के बावजूद खेतों में जलाई जा रही नरवाई

By betultalk.com

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Betul Samachar/भैंसदेही (मनीष राठौर) :- भैंसदेही ब्लाक में नरवाई जलाने का सिलसिला जारी है। किसान खेतों को साफ करने के लिए नरवाई में आग लगा रहे है, जबकि नरवाई जलाने पर जिला कलेक्टर ने प्रतिबंध लगा रखा है। इसके बाद भी भैंसदेही ब्लाक में नरवाई जल रही है। हालांकि नरवाई जलाने वाले किसानों पर प्रशासन द्वारा सख्ती भी की जा रही है और एफआईआर भी दर्ज की है, इसके बाद भी नरवाई जलाने पर प्रतिबंध नहीं लग पा रहा है। वर्तमान समय में हार्वेस्टर से कटाई होती हैं। इसलिए नरवाई में किसानों को आग लगानी पड़ती हैं। वर्तमान में मजदूरी महंगी होने और मजदूर ना मिलने के कारण किसान सामान्य तौर पर हार्वेस्टर पर निर्भर होते जा रहा हैं और इसलिए अब खेतों में आग लगाने का चलन बढ़ गया हैं। खेतों में नरवाई जलाने के कई साइड इफेक्ट है।

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इससे आगजनी का खतरा तो है ही, लेकिन मिट्टी की उर्वरक्ता भी प्रभावित होती हैं। शासन इस सिस्टम को रोकना चाहता हैं, लेकिन इसके लिए किसानों को जागरूक करने और उन्हें विकल्प उपलब्ध कराने में नाकाम नजर आ रहा हैं। यही कारण हैं कि एफआईआर दर्ज होने के मामले सामने आने के बाद भी किसान नरवाई में आग लगाने से अपने को रोक नहीं पा रहे। जबकि भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 223 में लोक सेवक द्वारा विधिवत प्रख्यापित आदेश की अवज्ञा के लिए सजा का प्रावधान है। यदि ऐसी अवज्ञा से मानव जीवन, स्वास्थ्य, सुरक्षा को खतरा उत्पन्न होता है या दंगा या दंगा होता है, तो सजा एक वर्ष तक का कारावास, 5,000 रुपये तक का जुर्माना या दोनों हो सकती है।

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