Betul News Today :- जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन ने आदिवासी उपयोजना की राशि आदिवासियों के अलावा अन्य मदो में खर्च किए जाने का विरोध किया है। उन्होंने इसके गौ-कल्याण पर खर्च किए जाने पर रोक लगाने की मांग की है। संगठन ने आज यानी सोमवार को इस मामले में विरोध जताते हुए राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन कलेक्ट्रेट में सौपा। संगठन के कार्यकर्ताओं ने कहा कि आदिवासी उपयोजना की राशि आदिवासी समाज पर खर्च न कर सरकार इसका अन्य मदो में इस्तेमाल कर रही है। जो आदिवासी समाज के हितों के खिलाफ है।।
संगठन के जितेंद्र सिंह इवने ने बताया कि संविधान के अनुच्छेद-275 के तहत आदिवासियों के बुनियादी और विकास के लिए आदिवासी उपयोजना के लिए बजट आवंटन का प्रावधान है। आदिवासी उपयोजना की राशि आदिवासियों और आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए खर्च होना चाहिए। पिछले कुछ सालों में मप्र सरकार इसे अन्य क्षेत्रों में खर्च कर रही है। जबकि सोमवार को भी आदिवासी क्षेत्रों में हजारों परिवारों को पीने का साफ पानी नहीं है, स्कूल, सड़क अस्पतालों का अभाव है।
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इन मदों में खर्च हो रहा रुपया (Betul News Today)
संगठन के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2016-17 में 40 करोड़ इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए, 2023-24 में आदिवासी उपयोजना का 100 करोड़ (संलग्न 1) सामान्य क्षेत्रों के आंगनबाड़ी संलग्न भवन बनाने के लिए साल 2024-25 में संस्कृति विभाग को 4 लाख 20 हजार 700 (संलग्न 2) रुपए, 96 करोड़ गौ-कल्याण के नाम से आवंटित कर दिया।